बल सिंह ने 55 मीटर की ऊंचाई पर चढ़ की मरम्मत, 220 KV लाइन चालू

रीवा | अमरकंटक ताप विद्युत गृह से सीधी जाने वाली 220 केव्ही लाइन के ट्रांसमिशन में फाल्ट हो जाने से उत्पादन पर असर पड़ रहा था इसी बीच वरिष्ठ लाइनमैन ने क्रास आर्म इंसुलेटर के न केवल फाल्ट को पकड़ा बल्कि 55 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच कर सुधार कार्य भी दिलेरी के साथ कर डाला। शहडोल जिले के घने और दुर्गम जंगली इलाके के ग्राम छतवई से गुजरने वाली म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड की 55 मीटर ऊंची 220 केव्ही लाइन में आये व्यवधान को बेहद कठिन परिस्थितियों में त्वरित सुधार कर अति उच्चदाब मेनेटेनेंस के वरिष्ठ लाइनमेन बलसिंह ने 220 केव्ही लाइन की सप्लाई बहाल कर जबरदस्त बहादुरी और दिलेरी का परिचय दिया। इस लाइन के जल्दी सुधार हो जाने के कारण सीधी जिले की बाधित विद्युत व्यवस्था जल्द सामान्य हो सकी। 

गत दिवस 220 केव्ही अमरकंटक ताप विद्युत गृह से सीधी जाने वाली 220 केव्ही की ट्रांसमिशन लाइन फाल्ट हो गई थी। शहडोल जिले के ग्राम छतवई के पास स्थित लोकेशन क्रं. एक एफडी 60 के लगभग 55 मीटर ऊंचे टावर के क्रास आर्म का इंसुलेटर बरसात एवं बिजली गिरने के कारण फेल हो गया जिसके कारण सीधी जिले को विद्युत आपूर्ति करने वाली यह लाइन बाधित हो गई। 

लगातार भारी बरसात और आंधी तूफान के बीच अति उच्चदाब मेनटेनेंस शहडोल के लाइनमेन बलसिंह ने पेट्रोलिंग के दौरान फाल्ट ढूंढ़ निकाला अत्याधिक कोहरे एवं ठंड के अलावा तेज हवाओं के चलते इतनी ऊंचाई पर सुधार कार्य करना बेहद मुश्किल था। हिम्मत और दिलेरी दिखाते हुए बलसिंह 55 मीटर ऊंचे टावर में सुधार कार्य के लिये चढ़ गये। उन्होंने 10 मीटर रस्सी के सहारे ऊपरी छोर के कंडक्टर पर जाकर करीब 20 किलो भारी डिस्क और क्लैम्प बदलने के बेहद कठिन और चुनौती पूर्ण कार्य को अंजाम दिया। उनकी इस बहादुरी की बजह से सीधी जिले की विद्युत व्यवस्था को जल्द सामान्य करने में सहायता मिली। उल्लेखनीय है कि यदि विपरीत मौसम के सामान्य होने का इंतजार किया गया होता तो सीधी जिले की विद्युत व्यवस्था को संभालना बहुत मुश्किल कार्य हो जाता।