शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़ा: अब बड़े खिलाडिय़ों पर शिकंजे की तैयारी

सतना | शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़े मामले की जांच ने एक बार फिर से तेजी पकड़ ली है। अब इस खेल में शामिल बड़े खिलाड़ियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। सोमवार को एसटीएफ की डीएसपी समेत दो सदस्यीय टीम ने कलेक्ट्रेट में फिर से दबिश दी और एक समयावधि में जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस में हस्ताक्षर किसके हैं? इसकी जानकारी मांगी। जानकारी देने के लिए एसटीएफ ने चार दिनों का समय दिया है। एसटीएफ को लाइसेंस में मौजूद हस्ताक्षरों के नमूने समेत अन्य चाही गई जानकारियां देनी होगी। गौरतलब है कि एसटीएफ की डीएसपी कल्याणी वरकड़े एवं एएसआई रघुवीर सिंह सरोते सोमवार को सतना पहुंचे। 

सौपी गई दो चिट्ठी 
लम्बे समय से चल रहे शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़े की जांच धीरे-धीरे अब अपने अंतिम मुकाम की ओर पहुंच रही है। इस दौरान मामले की जांच कर रही एसटीएफ द्वारा जहां जिम्मेदार लोगों के बयान कलमबद्ध किए जा रहे हैं वहीं अन्य जानकारियां भी एकत्रित की जा रही हैं। सोमवार को भी कलेक्ट्रेट की लाइसेंस शाखा के जिम्मेदार लोगों को एसटीएफ ने कई सवालों से जुड़ी दो चिट्ठियां सौंपी हैं।

ये लाइसेंस किसके? 
सूत्रों के मुताबिक शस्त्र लाइसेंस में हुए फर्जीवाड़े की जांच करने सतना पहुंची एसटीएफ की डीएसपी कल्याणी वरकडेÞ एवं एएसआई अपने साथ कुछ लाइसेंसों की फोटोकापी लिए हुए थे जिन्हेंं दिखाकर उन्होंने इस बात की तस्दीक करने का प्रयास किया कि लाइसेंस में जो हस्ताक्षर हैं वे किसके हैं?

निशाने पर तत्कालीन एडीएम 
शस्त्र लाइसेंस में हुए फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसटीएफ के निशाने पर अब जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी भी आ गए हैं। अभी तक बाबू स्तर के लोगों पर ही जिम्मेदारी तय कर उनसे पूछताछ की गई और उन्हें आरोपी बनाया गया लेकिन अब बड़े खिलाड़ियों पर भी एसटीएफ ने शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत भी सोमवार को हो गई। एसटीएफ के निशाने पर तत्कालीन एडीएम हैं।