डिप्टी कमिश्नर के घर मिली बाघ की खाल बैठने के लिए करते थे इस्तेमाल

आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के घर EOW की छापेमारी में बाघ की खाल और 6.75 करोड़ की अनुपातहीन संपत्ति मिली। वन विभाग ने वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर खाल जब्त की है।

डिप्टी कमिश्नर के घर मिली बाघ की खाल बैठने के लिए करते थे इस्तेमाल

आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के यहां EOW की छापामार कार्रवाई में उनके जबलपुर स्थित घर से बाघ की खाल बरामद की गई।  खाल करीब 30 साल पुरानी बताई जा रही है, जिसे आसन के रूप में बैठने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। EOW की टीम ने 23 जुलाई को सरवटे के आधारताल स्थित घर पहुंची थी। खाल मिलने के बाद वन विभाग ने जगदीश सरवटे के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 और 50 के तहत मामला दर्ज करते हुए खाल को जब्त कर लिया है।

DFO ने बताया कि

वन्य प्राणी अधिनियम 1972 की मामला दर्ज किया, जिसमें 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। आरोपी डिप्टी कमिश्नर सरवटे को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

EOW के छापे में 6.75 करोड़ की संपत्ति मिली

EOW की अब तक की कार्रवाई में आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश प्रसाद सरवटे के पास से 6 करोड़ 75 लाख 72 हजार,295 रुपए कीमत की चल-अचल और अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा हुआ है। जबकि उनकी अब तक की वैध आय केवल 1 करोड़ 56 लाख 99 हजार 6 रुपए पाई गई है। EOW ने सरवटे के जबलपुर, सागर और भोपाल स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी।

खाल मिलने पर वन विभाग करेगा पूछताछ

EOW को सरवटे के बंगले में तलाशी के दौरान बाघ की खाल मिलने के बाद इसकी सूचना तत्काल जबलपुर वन विभाग को दी गई। डीएफओ ऋषि शुक्ला ने बताया कि बरामद खाल करीब तीस साल पुरानी है, जिसकी लंबाई लगभग 5 फीट 5 इंच और चौड़ाई 5 फीट 3 इंच है। कीमत का आकलन फिलहाल नहीं किया जा सका है। वन विभाग ये जांच करेगा कि यह खाल कहां से लाई गई और किसने दी। इस मामले में सरवटे से वन विभाग अलग से पूछताछ करेगा।

तीन शहरों में सर्चिंग के बाद कई खुलासे

डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1) (B), 13(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। 22 जुलाई को ईओडब्ल्यू की टीमों ने जबलपुर के शंकर शाह नगर रामपुर स्थित सरकारी आवास, आधारताल स्थित पैतृक मकान और भोपाल के बाग मुगलिया में एक साथ छापे मारे। साथ ही, सागर स्थित शासकीय आवास की तलाशी सागर ईओडब्ल्यू की टीम ने की।