मंडी में व्यवस्था सुधारने की मांग: फिर मिला आश्वासन ...तो कलेक्टर से करेंगे फरियाद
सतना | पिछले पिछले आठ माह से संभाग की सबसे बड़ी ए ग्रेड की मंडी में विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे गल्ला व्यापारी अब कलेक्टर से फरियाद करने की तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान उनके द्वारा सुरक्षा और आवारा जानवरों के साथ ही सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार मंडी प्रशासन से लेकर भारसाधक अधिकारी तक गुहार लगा चुके व्यापारियों को आश्वासन तो मिलते आ रहे हैं पर व्यवस्था पहले की तरह बदहाल है। सोमवार को व्यापारियों ने एक बार फिर मंडी सचिव से मुलाकात कर के अपनी पुरानी मांग दोहराई है और पहले की भांति आश्वासन भी मिला है।
मंडी सचिव से मिले गल्ला व्यवसायी
कृषि उपज व्यापारी संघ के मंत्री विनोद अग्रवाल ने बताया कि ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी उनका निराकरण नहीं हो रहा जिससे व्यापारियों का वहा काम करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार को संघ ने मंडी सचिव से मुलाकात कर एक बार फिर समस्याओं के निराकरण की मांग की। सचिव द्वारा पुन: व्यवस्था सुधार का आश्वासन दिया है।
व्यापारियों की प्रमुख मांगों में मण्डी प्रांगण में उपयोग में आ रहे इलेक्ट्रनिक तौल कॉटों का सत्यापन नाप-तौल विभाग से तुरंत कराने, मण्डी प्रांगण में किसान एवं व्यापारियों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हजारों की संख्या में घूमने वाले आवारा जानवरों को वहां से हटान, प्रांगण में नियमित रूप से सफाई कराने, किसानों व व्यापारियों की सुरक्षा के लिये सीसीटीवी कैमरों को चालू कराने व प्रवेश द्वारा पर सुरक्षा गार्डों की व्यवस्था करने के साथ ही आगामी दिनों शुरू होने वाली नई फसल की आवक को देखते हुए डाक नीलामी का समय निश्चित किये जाने की मांग प्रमुख है। श्री अग्रवाल का कहना है कि इस बावत मंडी सचिव से लेकर भारसाधक अधिकारी तक शिकायत कर चुके हैं और अब कलेक्टर से फरियाद की बारी है।
लगातार घट रही आवक
सरकार की नीतियों के साथ ही मंडी प्रशासन की लापरवाही के कारण मंडी से किसानों का मोह भंग हो रहा है। अनाज का कारोबार करने वाले व्यापारियों ही नहीं शहर की पुरानी संस्थाओं में एक गल्ला तिलहन व्यापारी संघ के पदाधिकारी भी मंडी की व्यवस्थाओं से नाराज हैं। संघ के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र द्विवेदी दादू का कहना है कि मंडी कर्मचारियों द्वारा किसानों और व्यापारी दोनों का शोषण किया जा रहा है।
वहां व्यापारियों को लगातार परेशान किया जा रहा है तो किसानों से भुगतान के नाम पर कटौती करने वालों को भी सरंक्षण प्रदान किया जाता है। यही कारण है कि मंडी को मिलने वाले राजस्व में लगातार कमी आती जा रही है। सफाई, सुरक्षा सहित अन्य समस्याएं तो सुधर नहीं रहीं किसानों के लिये यहां सुविधाएं भी नहीं हैं। यहां तक कि किसानों के लिये आनलाइन बाजार भाव देखने की व्यवस्था भी ध्वस्त पड़ी है। उनका कहना है कि जब तक कैमरे नहीं बनवाए जाते और गार्डों की नियुक्ति नहीं होती कुछ नहीं होने वाला।
मंडी में समस्याओं का अंबार है जिन्हें मंडी प्रसासन द्वारा जानबूझकर नहीं सुधारा जा रहा। जब भी व्यापारी संघ शिकायत करता है आश्वासन तो दे दिया जाता है पर उसे अमल में नहीं लाया जाता।
पुष्पेन्द्र द्विवेदी ‘दादू’, अध्यक्ष गल्ला तिलहन व्यापारी संघ
पिछले आठ माह में आधा दर्जन से अधिक बार शिकायतों के बाद भी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। आज पुन: स्मरण पत्र सौंपा गया है। हमें आश्वासन भी मिला है। यदि अभी भी बात नहीं बनी तो कलेक्टर से फरियाद करेंगे।
विनोद अग्रवाल, मंत्री कृषि उपज व्यापारी संघ सतना
सुरक्षा गार्ड तैनाती के लिये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। गार्ड तैनात होते ही आवारा जानवरों से निजात तो मिलेगी ही सुरक्षा भी पुख्ता हो जाएगी। अन्य समस्याएं पहले ही सुधारी जा चुकी है। जो बची हैं वे भी जल्द ही सुधर जाएंगी।
कमलेश पाण्डेय, सचिव कृषि उपज मंडी सतना