राहुल गांधी कल भोपाल आएंगे, संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करेंगे...कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश
मध्यप्रदेश की राजनीति में देश की प्रमुख पार्टी कांग्रेस बीते करीब 15 सालों से सत्ता से बाहर है। पार्टी अपनी पूरी कोशिशों के बावजूद सत्ता पाने से चूकती आ रही है, लेकिन इस बार कांग्रेस पूरी ताकत के साथ जोर मारती दिखाई दे रही है।

मध्यप्रदेश की राजनीति में देश की प्रमुख पार्टी कांग्रेस बीते करीब 15 सालों से सत्ता से बाहर है। पार्टी अपनी पूरी कोशिशों के बावजूद सत्ता पाने से चूकती आ रही है, लेकिन इस बार कांग्रेस पूरी ताकत के साथ जोर मारती दिखाई दे रही है। कांग्रेस लगातार संगठन में बदलाव करती आ रही है। हालांकि प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने में करीब 3 साल का समय है, लेकिन कांग्रेस मिशन 2028 में जुट गई है। इसी कड़ी में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कल यानी 3 जून को भोपाल आने वाले है, जिसको लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को भोपाल में राहुल गांधी के दौरे को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। राजधानी में जगह-जगह स्वागत पोस्टर लगाए जा रहे हैं और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रविवार को इसको लेकर एक अहम बैठक भी हुई। राहुल गांधी का पिछला दौरा विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान हुआ था, जब उन्होंने पुराने भोपाल में रोड शो किया था।
राहुल गांधी करेंगे 6 घंटे बैठक
प्रदेश कांग्रेस में जान फूंकने के लिए पार्टी अध्यक्ष जीतू पटवारी, उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी लगातार सक्रिय है और अब राहुल गांधी पस्त पड़ी कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए भोपाल आ रहे है। राहुल भोपाल में करीब 6 घंटे रूकेंगे। इस दौरान वे कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष, विधायक और राज्यसभा सांसदों के साथ बैठक करेंगे। वे सुबह से लेकर शाम तक पार्टी नेताओं के साथ रणनीति पर चर्चा करेंगे और संगठन सृजन अभियान की शुरूआत करेंगे। इसके अलावा वे पार्टी नेताओं के साथ पार्टी कार्यालय में भोजन भी करेंगे।
राहुल गांधी के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
राहुल गांधी सुबह 10 बजे पीसीसी कार्यालय में राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक लेंगे। इसके बाद दोपहर 1 बजे एआईसीसी पर्यवेक्षकों के साथ बैठक करेंगे। फिर दोपहर दो बजे रविंद्र भवन में संगठन सृजन अभियान का शुभारंभ करेंगे। राहुल गांधी बूथ से लेकर जिला स्तर तक कांग्रेस नेटवर्क को दोबारा मजबूत करने पर ज़ोर देंगे। जिलाध्यक्षों के चुनाव के लिए पहले 50 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। इसमें और कुछ नाम जोड़े गए हैं। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के अनुसार, राहुल गांधी नए और पुराने नेताओं को साथ लाकर भाजपा की कथित नाकामियों, भ्रष्टाचार और झूठे वादों के खिलाफ जनजागरण करेंगे।