ऑफलाइन आयोजित हो सकती है वेटरनरी कॉलेज की परीक्षायें
रीवा | शासकीय पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशु पालन महाविद्यालय की परीक्षायें संभवत: दिसम्बर माह के अंत तक आयोजित हो सकती है। विभागीय सूत्रों से पता चला है कि कॉलेज के प्रोफेसर प्रश्न पत्र तैयार करने में जुटे हुए है और यह भी संभावना है कि परीक्षायें आफलाइन आयोजित हो सकती है। बताया गया है कि कुछ दिन पहले वेटरनरी काउंसिल आफ इंडिया की इस संबंध में बैठक भी हुई थी। जिसमें परीक्षाओं को लेकर चर्चा भी की गई थी।
सूत्रों से पता चला है कि बैठक में वेटरनरी छात्रों की परीक्षा दिसम्बर में कराये जाने की बात कही गई थी। पता चला है कि जहां यूजी की परीक्षायें आॅनलाइन कराये जाने पर मंथन चल रहा है वहीं पीजी की परीक्षायें आफलाइन की पद्धति से हो सकती है। दरअसल कॉलेज की पीजी में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या कम है। ऐसे में सोशल डिस्टेसिंग की व्यवस्था बनाकर कोरोना वायरस के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करते हुए परीक्षायें आयोजित कराई जा सकती है।
प्रैक्टिकल की परीक्षाओं पर संशय
कोरोना के काल में वर्तमान में कक्षायें संचालित नहीं हो रही है। और न ही छात्र-छात्राओं को कॉलेज में आने की इजाजत है। गौर करने वाली बात यह है कि वेटरनरी की पढ़ाई में प्रैक्टिकल परीक्षायें भी इतनी ही अहमियत रखती हैं जितनी की थ्यौरीटिकल परीक्षायें। परेशानी की बात यह है कि जैसे-तैसे छात्रों की आॅनलाइन कक्षायें चल रही है मगर प्रैक्टिकल की तैयारी नहीं हो पा रही है। प्रैक्टिकल की कक्षायें न होने के कारण छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। कॉलेज इस असमंजस में है कि वह अपने वेटरनरी के छात्रों की परीक्षायें कैसे आयोजित करायेंगा। जबकि अब तक प्रैक्टिकल की कोई कक्षायें ही नहीं हुई है। ऐसे में परीक्षा आयोजित कराना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ माना जाएगा।
कॉलेज को नहीं मिली गाइड लाइन
कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि उन्हें अभी तक जबलपुर विश्वविद्यालय से परीक्षाओं को लेकर कोई गाइड लाइन जारी नहीं हुई है और न ही परीक्षा फार्म और टाइम टेबिल के संबंध में कोई आदेश जारी हुआ है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन यह अनुमान लगा रहा है कि जल्दी ही वेटरनरी कॉलेज की यूजी और पीजी कक्षा की परीक्षायें हो सकती है। वहीं प्रोफेसरों द्वारा प्रश्न पत्र तैयार किए जाने पर प्रबंधन का कहना है कि प्रतिवर्ष यहां के प्रोफेसर परीक्षाओं की तैयारियों के पहले ही प्रश्न पत्र तैयार करने लगते है। ऐसा बताया गया है कि संभवत: दिसम्बर के अंत तक परीक्षायें आयोजित हो सकती है।
अगर परीक्षायें आनलाइन होगी तो उनमें बहुविकल्प प्रश्न की संख्या ज्यादा होगी और पीजी की संभवित आफलाइन परीक्षा लघु और विस्तृत रूप से होगी। गौरतलब है कि कोरोना के कारण स्कूल शिक्षा से लेकर टेक्निकल, नान टेक्निकल, प्रोफेशनल और उच्च शिक्षा विभाग का अध्ययन अध्यापन लंबे समय से संभावित है। सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर राज्य सरकार से भी फिलहाल कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है। हालांकि ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार भी जल्द ही परीक्षा के संबंध में आदेश जारी कर सकती है और ऐसी आशंका है कि कॉलेजों की परीक्षायें अबकी बार ओपेन बुक से नहीं होगी।