जयपुर के SMS हॉस्पिटल में आग, 8 मरीजों की मौत
जयपुर के SMS हॉस्पिटल में आग, 8 मरीजों की मौत ट्रॉमा सेंटर के ICU में 5 अक्टूबर की रात हुआ हादसा, शॉर्ट सर्किट होने का अनुमान
जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में 5 अक्टूबर की रात आग लग गई। हादसे में 8 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 3 महिलाएं शामिल हैं। रात 11 बजकर 20 मिनट पर आग ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो आईसीयू वार्ड के स्टोर में लगी। यहां पेपर, आईसीयू का सामान और ब्लड सैंपलर ट्यूब रखे थे। ट्रॉमा सेंटर के नोडल ऑफिसर और सीनियर डॉक्टर ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान है। हादसे के समय आईसीयू में 11 मरीज थे। उसके बगल वाले आईसीयू में 13 मरीज थे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया X पर लिखा- ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जानकारी मिलते ही मैं हॉस्पिटल गया और घटना की जानकारी ली। हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रभावितों की हरसंभव मदद की जा रही है।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) October 6, 2025
अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों एवं अधिकारियों से जानकारी ली और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हर संभव कदम उठाए जा…
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- उच्चस्तरीय जांच हो
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार से SMS अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है- सरकार यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कहीं भी ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके।
SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के ICU में आग लगने से 7 लोगों की मृत्यु बहुत दुखी करने वाली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो। प्रभु दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 6, 2025
राज्य सरकार इस घटना की उच्च…
फायर विभाग के कर्मचारी ने बताया कि अलार्म बजते ही टीम मौके पर पहुंची। पूरे वार्ड में धुआं भर चुका था। अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं था। ऐसे में बिल्डिंग के दूसरी ओर से खिड़की के कांच उतारकर पानी की बौछार मारी गई। आग पर काबू पाने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगा। सभी मरीजों को बेड सहित बाहर सड़क पर शिफ्ट किया गया।

मरीज के परिजन बोले- 20 मिनट पहले ही बता दिया था, ध्यान नहीं दिया
मरीज के परिजनों ने कहा कि आग भड़कने से 20 मिनट पहले धुआं निकलना शुरू हुआ था। उन्होंने स्टाफ को बताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। रात 11:20 बजे तक धुआं बढ़ने लगा और प्लास्टिक की ट्यूब पिघलकर गिरने लगी। मौके पर मौजूद वार्ड बॉय वहां से भाग निकले।

