कोरोना वैक्सीन: हेल्थ वर्करों के लिए बचे दो दिन
सतना | जिस बेताबी से कोरोना की वैक्सीन का इंतजार था ठीक वहीं बेताबी वैक्सीन आने के बाद उसे लगवाने में नहीं है। इंतजार समाप्त हो जाने के बाद टीका आया और उसे उन हिग्राहियों को लगाया गया जिनको सरकार ने अनुमति दी थी। कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर जो स्वास्थ्य कर्मचारी और महिला बाल बिकास के अमले को लगाना था और लगातार लगाया गया,लेकिन स्वास्थ्य व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साहायिका जैसा अमला उक्त वैक्सीन को लगवाने में उतनी दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है जितना की टीका आने का इंतजार था। अब विभाग ने दो दिनोें की माहलत दी है कि वो अपना टीकाकरण करवा लें। तीन व चार फरवरी को वैक्सीन लगाई जाएगी और ये अंतिम मौका होगा फ्रंट लाइन वर्करों के लिए।
सरकार ने कोरोना योद्धा का खिताब निजी चिकित्सा संस्थाओं को भी दिया है लिहाजा ये भी फ्रंट लाइन वर्कर हैं। इनको भी वैक्सीन पहले देना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके अवधिया ने कहा कि जिन चिकित्सा संस्थाओं के चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं का पंजीयन कोविड-19 टीकाकरण के लिये आॅनलाइन किया गया है, वे सभी चिकित्सक एवं कार्यकर्ता 4 फरवरी को कोविड वैक्सीनेशन केन्द्रों में जाकर अपना टीका लगवा लें।
...तो स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार नहीं
16 जनवरी के बाद से लगातार कोरोना का टीका सतना में लगाया जा रहा है और फोन पर सूचना दी जा रही है कि वो अपना टीका लगवा लें। इधर सीएमएचओ ने बताया कि मापअप राउण्ड 3 और 4 फरवरी के पश्चात किसी पंजीकृत चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता का टीकाकरण नही किया जाएगा और इससे वंचित होने की दशा में कर्मचारी के प्रति इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की नहीं होगी।