इंदौर: देपालपुर के खिलाड़ियों के पास नहीं है खेल मैदान, सांसद भी नहीं दे रहे ध्यान
इंदौर जिले की सबसे बड़ी तहसील देपालपुर, जो 185 गांवों का प्रतिनिधित्व करती है, वहां के खिलाड़ी आज भी एक सुव्यवस्थित खेल मैदान (स्टेडियम) के लिए तरस रहे हैं.
देशभर के खिलाड़ी ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तिरंगा लहरा चुके हैं. लेकिन इंदौर जिले की सबसे बड़ी तहसील देपालपुर, जो 185 गांवों का प्रतिनिधित्व करती है, वहां के खिलाड़ी आज भी एक सुव्यवस्थित खेल मैदान (स्टेडियम) के लिए तरस रहे हैं.
युवा सालों से इस मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं, सांसद शंकर लालवानी को ज्ञापन भी सौंपा गया, यहां तक कि उन्होंने राष्ट्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू को चिट्ठी भी लिखी.
देपालपुर के हर घर का खेलों से विशेष नाता है. कुश्ती हो, कबड्डी, क्रिकेट, बैडमिंटन, एथलेटिक्स या बॉलीवाल. लेकिन खेलने के लिए न तो उचित साधन हैं, न ही व्यवस्थित मैदान.
खिलाड़ी या तो बड़े शहरों का रुख करते हैं या अपनी प्रतिभा को दबा लेते हैं. दौड़ जैसी बुनियादी जरूरत भी सड़कों पर पूरी करनी पड़ती है, जहां तेज रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाते हैं.

