दहेज प्रताड़ना से परेशान अनामिका ने लगाई फांसी, इलाज के दौरान मौत

रीवा की अनामिका त्रिपाठी ने दहेज प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगा ली। 10 दिन ICU में रहने के बाद उसकी मौत हो गई। मायके वालों ने पति और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस जांच कर रही है।

दहेज प्रताड़ना से परेशान अनामिका ने लगाई फांसी, इलाज के दौरान मौत

रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के शारदा पुरम में रहने वाली 28 साल की अनामिका त्रिपाठी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। 12 नवंबर को अनामिका ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी।

हालत गंभीर होने पर उसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वो करीब 10 दिन ICU में जिंदगी और मौत से लड़ती रही जिसके बाद देर रात उसकी मौत हो गई।

अनामिका के मायके वालों ने उसके पति रवि त्रिपाठी, सास–ससुर और पूरे ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतका की मां पंचवती मिश्रा का कहना है कि शादी के बाद से ही दहेज को लेकर अनामिका को लगातार प्रताड़ित किया जाता था।

पति रवि उसके साथ मारपीट भी करता था और किसी दूसरी महिला से संबंध होने की बात पर अक्सर झगड़ा करता था। मां ने बताया कि घटना के दो दिन बाद तक उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। जब परिवार खुद ससुराल पहुंचा, तब पता चला कि अनामिका ICU में भर्ती है।

परिजनों का कहना है कि घटना के बाद से रवि त्रिपाठी फरार है और उसका मोबाइल भी बंद है. वहीं ससुराल पक्ष का कहना है कि अनामिका ने यह कदम अपनी मर्जी से उठाया और घर में कोई प्रताड़ना नहीं थी।

पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। अनामिका के भाई की शिकायत के आधार पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। SP विवेक सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और बाकी सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अनामिका की शादी रवि त्रिपाठी से साल 2019 में हुई थी। परिवार का कहना है कि शादी के कुछ समय बाद ही दहेज और चरित्र संदेह को लेकर विवाद शुरू हो गए थे। अनामिका कई बार मायके में शिकायत करती थी, लेकिन हर बार समझौता करवाकर मामला शांत कर दिया जाता था।