नहीं दिया बिजली बिल, बोर से निकाल लिया सबमर्सिबल

सतना | कनेक्शन लिया और बिजली का उपयोग तो उपभोक्ताओं ने किया लेकिन इस बीच ये भूल गए कि ये सरकारी बिजली है और इसका बिल भुगतान करना होगा। पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी की ऊर्जा खपाने के बाद बिल न देना उपभोक्ताओं महंगा पड़ गया। संपत्ति भी जब्त हुई और सामाजिक प्रतिष्ठा भी दाव पर लग गई। सरकारी राशि क ी देनदारी न देने पर कंपनी अफसरों ने डीआरए के तहत कुर्की की कार्रवाई की और जो भी चल संपत्ति मिली से सीज कर लिया। इतना ही नहीं एक देनदार जो चक्की का आईपी कनेक्शनधारी है उसकी मोटर कु र्क कर ली गई और जब बकाया राशि की पूर्ति न हुई तो जेई बदेरा (अतिरिक्त तहसीलदार) के अधिकारों का स्तेमाल करते हुए बोर से सबमर्सिबल पंप को निकाल डीसी में जब्ती बना ली। मैहर डिवीजन में आने वाले वितरण केंद्र बदेरा में दर्जन भर देनदारों के यहां आरआरसी-डीआरए की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।

तीन चक्की दो मोटर कुर्क
सतना सर्किल के मैहर ओएण्डएम संभाग में आने वाले बदेरा डीसी में तकरीबन दर्जन भर उपभोक्ताओं के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई है। इस दौराना तीन आटा चक्की और दो औद्योगिक कनेक्शनों की मोटर कुर्क की गई है। इसके अलावा बिजली का अवैधानिक तरीके से उपयोग करने पर विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत पंचनामा भी बनाया गया है। बकायादारों पर तकरीबन 11 लाख की राशि की देनदारी थी लिहाजा राजस्व रिकवरी के लिए कुर्की की कार्रवाई की गई है। हालांकि मौके से कोई राशि उपभोक्ताओं ने जमा नहीं किया।

जारी था आरआरसी व कुर्की वारंट
बदेरा में जिन उपभोक्ताओं के खिलाफ संपत्ति कुर्क कर राजस्व वसूलने की कार्रवाई हुई है उनके खिलाफ पहले से आरआरसी की नोटिस जारी थी इसके अलावा रेवन्यु रिकवरी एक्ट का नोटिस मिलने के बाद भी जब बिल नहीं जमा हुआ तो कुर्की वारंट जारी कर कार्रवाई शनिवार को की गई। बकायादारों में  ददुआ कोटवार बकाया राशि 90 हजार का चक्की कनेक्शन है जिसकी मोटर और सबमर्सिबल निकाल लिया गया। इसके अलावा मंगल कुशवाहा बकाया राशि 45 हजार व राजा भैया सिंह बकाया राशि 26 हजार की चक्की कुर्की की गई। जबकि देनदार नितिन प्रताप सिंह ,फग्गू प्रजापति, नीता बहेलिया,दीपक त्रिपाठी पर बकायादारी पर  धारा138 के तहत प्रकरण दर्ज किये गए। कुर्की के दौरान सहायक अभियंता रवि कुम्हरे ,कनिष्ठ अभियंता बदेरा पवन अहिरवार व  लाइन स्टाफ मौजूद रहे। 

बिजली बिलों का भुगतान करने नाटिस जारी की गई पर उपभोक्ताओं ने बिल न दिया लिहाजा कंपनी नियमों के तहत कुर्की की कार्रवाई राजस्व वसूली के लिए की गई है। आगे भी संपत्ति कुर्क कर वसूली की जाएगी।
रवि कुम्हरे, सहायक अभियंता