वंदे मातरम् पर बहस: पीएम- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए, प्रियंका बोलीं- देश का ध्यान भटकाया जा रहा

शीतकालीन सत्र में सोमवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर चर्चा की शुरुआत की।

वंदे मातरम् पर बहस: पीएम- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए, प्रियंका बोलीं- देश का ध्यान भटकाया जा रहा

नई दिल्ली: शीतकालीन सत्र में सोमवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर चर्चा की शुरुआत की। बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। पीएम मोदी ने ‘वंदे मातरम’ की गौरव यात्रा को याद किया। उन्होंने बताया कि अंग्रेजों की साजिश के खिलाफ ‘वंदे मातरम्’ गाया गया था। इस चर्चा पर विपक्ष की ओर लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने मोर्चा संभाला।

पीएम ने कहा कि जब वंदे मातरम् 50 साल का हुआ था, तब देश अंग्रेजों की गुलामी में था। और जब यह 100 साल का हुआ, तब देश आपातकाल की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था और संविधान को दबाया गया था। मोदी ने कहा कि वंदे मातरम् ने स्वतंत्रता आंदोलन को ऊर्जा, साहस और संकल्प दिया और उस दौर में ब्रिटिश शासन के दमन का जवाब बना। उन्होंने बताया कि 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेज ‘गॉड सेव द क्वीन’ को हर घर तक पहुंचाना चाहते थे, लेकिन बंकिमचंद्र ने वंदे मातरम् के माध्यम से इसका शक्तिशाली उत्तर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम् वैदिक परंपरा से प्रेरित है। भूमि को माता और स्वयं को धरती की संतान मानने का भाव। जो भारतीय सांस्कृतिक सोच का आधार है। उन्होंने कहा कि बंगाल की बौद्धिक शक्ति पूरे राष्ट्र का मार्गदर्शन करती थी, इसी कारण ब्रिटिश शासन ने सबसे पहले बंगाल को विभाजित करने की कोशिश की, लेकिन वंदे मातरम् उस समय एक सशक्त प्रतीक बनकर खड़ा रहा।

मुस्लिम लीग चाहती थी ‘वंदे मातरम्’ का बहिष्कार- कांग्रेस

संसद में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि मुस्लिम लीग चाहती थी कि ‘वंदे मातरम’ का बहिष्कार किया जाए चाहिए लेकिन कांग्रेस ने ऐसा करने से मना किया। लेकिन मुस्लिम लीग को ये अधिकार कहां से मिला ? क्या मुस्लिम लीग के अनुसार हमारा देश चलेगा ? क्या मुस्लिम लीग के अनुसार कांग्रेस पार्टी चलेगी ? नहीं…ऐसा नहीं हो सकता। उस समय के जो हमारे नेता थे मौलाना आजाद साहब, उन्होंने उसी समय कहा मुझे वंदे मातरम में कोई भी आपत्ति नहीं है। यह फर्क है कांग्रेस के मौलाना आजाद और मुस्लिम लीग के मोहम्मद अली जिन्ना में।”

गौरव गोगोई ने आगे कहा, ” लाख विरोध और रोक की कोशिश के बाद भी 1937 की कांग्रेस वर्किंग कमेटी में निर्णय लिया गया कि जहां भी राष्ट्रीय हित के लिए लोग इकट्ठा होंगे, वहां शुरुआत में वंदे मातरम की पहली दो पंक्ति गाई जाएगी। लेकिन इस सिद्धांत की आलोचना मुस्लिम लीग ने तो की वहीं हिंदू महासभा ने भी इसकी आलोचना की। कभी-कभी राजनीतिक उद्देश्य के लिए मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा एक हो जाते हैं। मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा दोनों ने राजनीतिक रूप से वंदे मातरम को एक उद्देश्य के साथ देखा और दोनों ने कांग्रेस पार्टी की उस समय आलोचना की थी।”

वंदे मातरम् देश की आत्मा: प्रियंका गांधी

वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर जारी चर्चा में प्रियंका गांधी ने सवाल पूछा कि ये गीत 150 साल से देश की आत्मा का हिस्सा है। 75 सालों से लोगों के दिल में बसा है। फिर आज इस पर बहस क्यों हो रही है? प्रियंका ने आगे कहा, क्योंकि बंगाल का चुनाव आ रहा। मोदी जी उसमें अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। मैं कहूं- मोदी जी अब वह पीएम नहीं रहे जो पहले थे। जहां तक नेहरू जी की बात है। जितने साल मोदी PM रहे, उतने साल नेहरू जेल में रहे थे।