बिहार की हार पर कांग्रेस में मंथन.. आखिर कहां हुई चूक

बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है, जिसके बाद पटना से दिल्ली हलचल मची हुई है। कांग्रेस ने दिल्ली में पहली समीक्षा बैठक बुलाई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन मौजूद रहे।

बिहार की हार पर कांग्रेस में मंथन.. आखिर कहां हुई चूक

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है, जिसके बाद पटना से दिल्ली हलचल मची हुई है। कांग्रेस ने दिल्ली में पहली समीक्षा बैठक बुलाई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन मौजूद रहे।

बैठक में नेताओं ने चुनाव नतीजों की समीक्षा की, संगठन की कमियों पर चर्चा की और आगे की रणनीति को लेकर सुझाव दिए। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अब समझने की कोशिश कर रही है कि बिहार में इतनी बड़ी हार क्यों हुई। आखिर चूक कहां हुई, कैसे पार्टी महज 6 सीट पर सिमट गई? इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश में अब पार्टी नेता जुटे हैं।

दाल में कुछ तो काला है- कांग्रेस

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पूरी की पूरी चुनाव प्रक्रिया पर शुरू से ही प्रश्नचिन्ह लग रहा है और जब चुनाव की प्रक्रिया में प्रश्नचिन्ह लग जाए तो रिजल्ट किस तरह से अप्रत्याशित होंगे। उन्होंने कहा कि BJP का स्ट्राइक रेट 90% से ज्यादा है। किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की थी। दाल में कुछ तो काला है। सभी अलाएंस पार्टनर का मानना है कि ये अप्रत्याशित नतीजे हैं। और इसकी गहन छानबीन होना चाहिए।

चुनाव से पहले बदला था प्रदेशाध्यक्ष

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन कांग्रेस सिर्फ 6 सीट ही जीत पाई। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार भी कुटुम्बा सीट से हार गए हैं। चुनाव से पहले ही पार्टी ने राजेश कुमार को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था। राजेश कुमार को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने दलित वोट साधने की कोशिश की थी। लेकिन नतीजों में कांग्रेस को निराशा ही हाथ लगी है। आपको यह भी बता दें कि पिछले बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीट जीती थीं।

दिग्विजय सिंह ने EVM पर उठाए थे सवाल

बिहार में चुनावी हार के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने EVM को जिम्मदार ठहराया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “जो मेरा शक था वही हुआ. 62 लाख वोट कटे 20 लाख वोट जुड़े, उसमें से 5 लाख वोट बिना SIR फॉर्म भरे बड़ा दिए गए. अधिकांश वोट गरीबों के दलितों के अल्प संख्यक वर्ग के कटे. उस पर EVM पर तो शंका बनी हुई है."