बिना हेलमेट पेट्रोल देना पड़ा भारी, दो पंपो को किया सील
खाद्य विभाग ने की सख्त कार्रवाई दो पेट्रोल पंपों को किया गया सील
Bhopal News: भोपाल में बिना हेलमेट के पेट्रोल देने के चलते खाद्य विभाग ने दो पेट्रोल पंप को सील कर दिया है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने प्रेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पांच घंटे में 60 से ज्यादा बाइकों पर कर्मचारी पेट्रोल भरते दिखाई दिए.
जिला आपूर्ति नियंत्रक चंदभान सिंह जादौन अपनी टीम के साथ पेट्रोल पंप की जांच करने निकाले थे. इस दौराम होशंगाबाद रोड पर दो पेट्रोल पंप की जांच तो गड़बड़ी सामने आई. जिसके बाद दोनों ही पेट्रोल पंपों को बंद कर दिया गया. इस कार्रवाई में संदीप भार्गव, हुमा हुजूर, सुनील वर्मा, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सफदर खान, पुष्पराज पाटिल, वसुंधरा पेंड्रो, तृणाल जांभोलकर और प्रवीण दुबे शामिल थे.

इन दो पेट्रोल पंप पर हुई कार्रवाई
होशंगाबाद रोड के पाल मेसर्स महादेव फ्यूल्स नायरा पर लगे सीसीटीवी की जांच की गई. इस दौरान बीते गुरूवार को 7 से दोपहर 12 बजे तक करीब 60 लोगों को बिना हेलमेट के पेट्रोल दिया जाना सामने आया. जिसके बाद कार्रवाई की गई और तत्काल प्रभाव से पेट्रोल विक्रय पर रोक लगा दी गई. वहीं मेसर्स एसएस एनर्जी आईओसीएल नर्मदापुरम रोड भोपाल की जांच के दौरान स्टॉक बोर्ड और स्टॉक पंजी सही नहीं मिली. सीसीटीवी फुटेज में 12 लोगों को बिना हेलमेट के पेट्रोल देना सामने आया.

इन तीन पंपों पर हो चुकी FIR
इस दौरान 2 अगस्त को ही खाद्य विभाग की टीम ने बैरसिया के तीन पेट्रोल पंपों की जांच की थी. इस दौरान श्रीदेव कृपा फ्यूल्स पंप, भोजपुरा पर बिना हेलमेट पेट्रोल दिया जाना पाया गया. स्टॉक रजिस्टर अपडेट नहीं था और पंप के पास विस्फोटक लाइसेंस भी नहीं मिला. इस संबंध में प्रकरण दर्ज किया गया है. राजधानी फ्यूल्स किसान सेवा केंद्र पिपलिया में बिना हेलमेट के पेट्रोल दिया जाना पाया गया.
बैरसिया के बीआर पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट के पेट्रोल विक्रय किया जाना पाया गया. जांच के समय पंप पर 677 लीटर पेट्रोल और 9902 लीटर डीजल स्टॉक से अधिक मिला. जब्त किए गए पेट्रोल और डीजल की कीमत 9 लाख 83 हजार 052 रुपए है. पंप परिसर में निर्मित टैंक NOC के सेंक्शन नक्शे अनुसार नहीं पाए गए. अनियमितताओं के कारण प्रोपराइटर राजमल कुशवाह के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया. तीनों पेट्रोल पंप के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम और कलेक्टर जारी आदेश का उल्लंघन किए जाने से संबंधितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए गए.
shivendra 
