MP News: महिला महापौर अपमानित करने का कुकृत्य कर रही हैं

सागर की राजनीति में तब खलबली मच गई, जब सोशल मीडिया पर जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी का एक पत्र वायरल हो गया। पत्र में महिला महापौर के लिए कुकृत्य जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इसको लेकर सागर भाजपा दो खेमे में बंट गई है। एक गुट पत्र की भाषा को अशोभनीय बता रहा है, दूसरा पक्ष इसका समर्थन में खड़ा है। माना जा रहा है कि गुटबाजी के चलते ऐसे शब्दों का उपयोग किया जा रहा है।

MP News: महिला महापौर अपमानित करने का कुकृत्य कर रही हैं
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SAGAR. सागर की राजनीति में तब खलबली मच गई, जब सोशल मीडिया पर जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी का एक पत्र वायरल हो गया। पत्र में महिला महापौर के लिए कुकृत्य जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इसको लेकर सागर भाजपा दो खेमे में बंट गई है। एक गुट पत्र की भाषा को अशोभनीय बता रहा है, दूसरा पक्ष इसका समर्थन में खड़ा है। माना जा रहा है कि गुटबाजी के चलते ऐसे शब्दों का उपयोग किया जा रहा है।

नगर निगम महापौर संगीता सुशील तिवारी कुछ दिनों से विवादों में देखी जा रही हैं। उनकी ही पार्टी के पदाधिकारी उन्हें घेरते नजर आ रहे हैं। हालांकि उन्होंने कोई नियम विरूद्ध कार्य नहीं किया है। सिर्फ एमआईसी से एक पार्षद को अलग कर दूसरे पार्षद को एमआईसी में शामिल कर लिया। अब भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में उन्होंने लिखा सागर महापौर संगीता-सुशील तिवारी ने संगठन को दरकरार करते हुए वरिष्ठ नेताओं का अपमानित करने का कुकृत्य किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला शक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात करते हैं, तब सागर जिलाध्यक्ष अपनी ही पार्टी के महापौर के लिए ऐसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं।

यह महिलाओं का अपमान: रेखा

चर्चा जब इस संबंध में कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष रेखा चौधरी से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा अगर कुकृत्य जैसी भाषा का इस्तेमाल महिलाओं के लिए किया गया है, तो यह महिला समाज का अपमान है। यह भाजपा का चाल-चरित्र नहीं है, महिलाओं के सम्मान की बात है। भाजपा नेता अपनी पार्टी की महिला जनप्रतिनिधि का अपमान करते हैं, ऐसे में उनकी मानसिकता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

बयानबाजी गुटबाजी के कारण

गौर किया जाए सागर में गुटबाजी चरम सीमा पर आ गई है। बयानबाजी से यह साफ हो गया है कि नेता अपनी पार्टी को नीचा दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी, नगर विधायक शैलेन्द्र जैन के खेमे से आते हैं। महापौर संगीता सुशील तिवारी को पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खेमे का माना जाता है। दोनों गुटों में आपसी खींचतान हमेशा से रही है। यही कारण है कि एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए यह सब किया जा रहा है। बताते हैं कि महापौर को मिले नोटिस की वजह श्याम तिवारी की ओर से की गई शिकायत को माना जा रहा है। उसके बाद कुकृत्य जैसे शब्दों का पत्र वायरल होना भाजपा जैसे संगठन के लिए शर्मनाक साबित हो रहा है।