एक-एक किसान ने खरीदी 90-95 बोरी यूरिया
सतना | जरूरत से अधिक यूरिया खरीदने का मामला जिले में समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा। पिछले दिन दिल्ली से सतना के कृषि विभाग पहुंची 20 बायर की सूची भी यही कह रही है। हालांकि इस बार किसान द्वारा खरीदी गई मात्रा घटी है पर जनवरी माह में जब टॉप ड्रेसिंग की लिये यूरिया की दिसबर जैसी जरूरत नहीं थी तब भी एक एक किसान के नाम 90-95 बोरी यूरिया का दर्ज होना गड़बड़ी की ओर इशारा करने के लिये पर्याप्त है। विभाग ने इस सूची में शामिल किसानों के बयान लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
आगे घटती जाएगी मात्रा
जिले में पीओएस मशीनों के माध्यम से बिकने वाली यूरिया और डीएपी क्रेता किसान के नाम से सतना से दिल्ली तक दर्ज हो रही है। देश का उर्वरक मंत्रालय हर माह जिले के टॉप 20 क्रेताओं की सूची माह की शुरूआत में ही उपलब्ध कराता है। पूर्व में 20 बायर की सूची में शामिल होने वाले एक-एक किसान के नाम 200-250 बोरी यूरिया खरीदना दर्ज होता था पर अब यब मात्रा खपत घटने के साथ ही कम आने लगी है। दो दिन पहले पहुंची सूची में इस बार 21 क्रेताओं के नाम शामिल किये गये हैं जिसमें सबसे टॉप पर शामिल किसान के नाम 92 तो 21वें क्रेता के नाम 57 बोरी यूरिया दर्ज है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वैसे इस बार की सूची में जो मात्रा क्रेता के नाम दर्ज है वह कम है पर जनवरी माह में जब टॉप ड्रेसिंग के लिये खपत कम थी तब इतनी मात्रा एक व्यक्ति द्वारा यूरिया खरीदना शंका तो पैदा करता ही है। बहरहाल उप संचालक द्वारा सूची में शामिल किसानों के नाम संबंधित ब्लाक एसएडीओ कार्यालय की ओर भेजते हुए किसानों के बयान दर्ज करने के निर्देश दिये हैं।
इस बार इन किसानों के नाम
सुखीलाल कुशवाहा 92 बोरी, शिवलाल सिंह 84, संजय सिंह राठौर 80, प्रमोद सिंह तिवारी 75, मनोज कुशवाहा 74, कमलेश पटेल 71, ज्ञानेश्वर तिवारी 70 नारायणदास साहू 70, रविदास 68, बेटू सिंह 67, आशुतोष पयासी 64, राकेश शुक्ला 64 राजकुमार सिंह 61 राकेश प्रताप सिंह, सर्वजीत सिंह बघेल व वीरेन्द्र प्रताप सिंह 60 बोरी, रामनरेश माली 59, अजीत सिंह, दिलीप सिंह, हनुमान शरण बागरी और नोमीलाल कुशवाहा द्वारा जनवरी माह में 57 बोरी यूरिया खरीदी गई है।