भोपाल का नाम बदलने की मांग, कांग्रेस बोली- नाम नहीं काम जरूरी
भाजपा सांसद आलोक शर्मा ने भोपाल का नाम बदलकर ‘राजा भोजपाल’ करने का प्रस्ताव रखा है, जिसे लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक स्टंट बताते हुए सरकार पर विकास से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है।
भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम बदलने की मांग के साथ ही सूबे की सियासत गरमा गई है। बीजेपी सांसद आलोक शर्मा ने भोपाल का नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे राजधानी का नाम महान राजा भोज के सम्मान में ‘राजा भोजपाल’ करने का प्रस्ताव संगठन और सरकार के समक्ष रखेंगे। भोपाल का ऐतिहासिक बड़ा तालाब राजा भोज की देन है, इसलिए शहर को उनके नाम से जोड़ा जाना चाहिए।
लोकसभा में उठेगा मुद्दा
भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने स्पष्ट किया कि, यह प्रस्ताव पहले नगर निगम से पारित कराया जाएगा, उसके बाद राज्य और फिर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। बीजेपी सांसद ने ये भी कहा कि, वे लोकसभा में भोपाल की आवाज़ को दमदारी से उठाएंगे और शहर के गौरवशाली इतिहास को उसका असली सम्मान दिलाया जाएगा।
नाम नहीं काम जरूरी: कांग्रेस
भोपाल का नाम बदले की मांग पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरौलिया ने कहा कि बीजेपी विकास से ध्यान भटकाने के लिए नाम बदलने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि भोपाल आज गड्ढों का शहर बन चुका है, प्रदूषण और अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार इन समस्याओं पर चुप है। कांग्रेस का यह भी कहना है कि नाम बदलने से कुछ नहीं बदलेगा, काम बदलना जरूरी है। बीजेपी जनता की असली समस्याओं से ध्यान हटाकर हिंदू-मुस्लिम के बीच विभाजन की राजनीति कर रही है।
sanjay patidar 
