मध्यप्रदेश में भी बंद के कारण कारोबार प्रभावित
भोपाल | देश के कई राज्यों में भारत बंद का असर दिखा। कंफेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के जीएसटी के कुछ प्रावधानों के विरोध में आज देश के साथ ही मध्यप्रदेश में बंद रहा। हालांकि यह स्वेच्छिक रहा, लेकिन इसका असर प्रदेश के पुराने बाजारों के साथ खास तौर पर थोक किराना व्यापार पर नजर आया। भोपाल में मुख्य रूप से थोक किराना समेत कई प्रमुख मार्केट बंद रहे।
इसके कारण कारोबार का नुकसान हुआ। जुमेराती में सुबह से ही इसका असर दिखाई दिया। यहां सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि ॠरळ के कुछ प्रावधानों में बदलाव हो। यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। व्यापारी न तो सड़कों पर आए और न ही उन्होंने कारोबार किया। 35 से ज्यादा संगठनों का हमें सहयोग भी मिला। हमारा विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। आगे की रणनीति दिल्ली के आने वाले निर्देश के अनुसार बनेगी।
ये है व्यापारियों की मांग
अग्रवाल ने कहा कि आयकर की धारा 281इ और जीएसटी की धारा 83 (3) में फर्जी बिल, गैर-मौजूद विक्रेता, सर्कुलर ट्रेडिंग आदि के कारण कर चोरी के मामलों में कर अधिकारी को बैंक खाते और संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दे दिया है। ऐसे में वह संपत्ति और बैंक खातों को भी जब्त कर सकता है।
शशि थरूर ने रस्सी से खींचा ऑटो
पेट्रोल-जीएसटी की कीमतों के विरोध में व्यापारियों का भारत बंदव्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) की ओर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों की समीक्षा की मांग, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों सहित कई मुद्दों को लेकर भारत बंद बुलाया है। देश के कई व्यापारी संगठन, ट्रांसपोर्टर्स को इस बंद का समर्थन प्राप्त है। आॅल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) और संयुक्त किसान मोर्चा ने बंद को अपना समर्थन दिया है। दिल्ली में इस बंद का कोई असर नहीं दिखा है जबकि देशभर में इसका मिला-जुला असर नजर आया है। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केरल में ईंधन की बढ़ी कीमतों के विरोध में रस्सी से आॅटो रिक्शा खींचा। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए एक स्कूटी को आग के हवाले कर दिया।