मऊगंज जिले के आंगनबाड़ी केंद्र बदहाल, बच्चों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा

मऊगंज जिले को प्रशासनिक सुधार के उद्देश्य से जिला तो बना दिया गया, लेकिन ज़मीनी हालात में सुधार नहीं हो पाया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की अनदेखी के कारण जिले के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति बदतर हो चुकी है। विशेषकर नईगढ़ी विकासखंड के शिवराजपुर क्रमांक 01 आंगनबाड़ी केंद्र के सामने पानी से भरा गड्ढा और परिसर में उगी घास बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकी है।

मऊगंज जिले के आंगनबाड़ी केंद्र बदहाल, बच्चों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा

राजेंद्र पयासी-मऊगंज

मऊगंज को जिस उद्देश्य से जिला बनाया गया था कि जिला बनने के बाद प्रशासनिक स्तर पर शासन के योजनाओं की अच्छी निगरानी होगी जिसका लाभ आम जनमानस को मिलेगा। लेकिन जमीनी स्थिति यदि देखी जाए तो आज भी मऊगंज जिला रीवा से ही संचालित हो रहा है कई ऐसे विभाग हैं जिनके जिम्मेदार अधिकारी आज भी रीवा में अपना मुख्यालय बनाए हुए हैं।

मऊगंज में पदस्थ कुछ अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना कार्य से महिला बाल विकास विभाग से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को शासन की योजना अनुसार नियमित रूप से नहीं मिल पा रहा है।

महिला बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल कुछ इस कदर बदहाल है की जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा क्षेत्र का भ्रमण न करने के कारण कई आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे असुरक्षित माहौल में आंगनबाड़ी केंद्र आते हैं।

गौरतलब है कि आंगनवाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा जैसी पढ़ाई होती है वहीं महिलाओं और बच्चों के पोषण का भी पूरा ख्याल रखा जाता है लेकिन मऊगंज जिले के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं जो पूरी तरह से बदहाल हैं कई केंद्र ऐसी जगह पर हैं जहां बच्चे असुरक्षित माहौल में रहते हैं और हादसे की आशंका बनी रहती है जिसका जीता जागता उदाहरण नईगढ़ी विकासखंड अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्र शिवराजपुर क्रमांक 01 का देखने को मिला।

जहां आंगनबाड़ी केंद्र के ठीक सामने खतरे को निमंत्रण देता पानी से लबालब भरा गड्ढा है। परिसर में होगी उगी घास बच्चों के लिए दुर्घटना का निमंत्रण देती नजर आती है।

बता दे की आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के लिए पहला विद्यालय होता है जहां वह स्कूल जाना सीखते हैं इसके साथ ही केंद्र में गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार दिए जाता है किशोरियों को आयरन की गोली दी जाती है टीकाकरण होता है कुल मिलाकर यह केंद्र अपने क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं इसके बावजूद मऊगंज जिले के नईगढ़ी विकासखंड अंतर्गत आने वाले कई आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति अनुकूल नहीं है।

दुर्घटना को बुलवा देता पानी से भरा गड्ढा, घास फूस का अंबार-

वैसे तो जिले के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति अत्यंत खराब है पर नईगढ़ी विकासखंड मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर स्थित शिवराजपुर आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 01 के हालात अत्यंत दयनीय हैं। केंद्र के सामने करीब 8 फीट लंबा एवं 5 फीट चौड़ा और 5 फीट गहरा गड्ढा बीते कई माह पूर्व खोद दिया गया था।

गड्ढा खोदने का उद्देश्य क्या था ग्रामीणों द्वारा कोई सही जानकारी नहीं दी गई, लेकिन यह गड्ढा आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले नौनिहालों के लिए किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है उधर विभागीय अधिकारियों के अनदेखी एवं आंगनबाड़ी केंद्रों का समयानुकूल निरीक्षण न किए जाने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में घास फूस का अंबार लगा हुआ है।

हालांकि ग्रामीणों ने बताया कि शिवराजपुर का यह सिर्फ एक ही आंगनबाड़ी केंद्र है जो नियमित खुलता है। लेकिन केंद्र के सामने जानलेवा गड्ढा एवं परिसर में लगा घास फूस का अंबार विभाग एवं विभाग के जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर न केवल सवाल उठता है बल्कि यह साबित करता है कि महिला बाल विकास के अधिकारी कर्मचारी नौनिहालों की जिंदगी एवं शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति गंभीर नहीं है।

असुविधाओं के बीच नौनिहालों की जिंदगी 

जिले के कई आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति अत्यंत खराब है महिला बाल विकास विभाग के मैदानी अमले की अनदेखी के चलते हालात दिन व दिन खराब होते जा रहे हैं। केंद्र के साफ सफाई साजो-सज्जा आदि के लिए शासन स्तर पर राशि मंजूर की जाती है लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों के  जो हालात है उससे जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं इस राशि में भी बड़ा खेल चल रहा है।

स्थिति क्या है यह तो जांच उपरांत ही पता चलेगा, लेकिन जिले के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों के आसपास गंदगी का लगा अंबार, भवन की पुताई एवं साफ सफाई ना होना या साबित करता है कि शासन प्रशासन के आदेशों का महिला बाल विकास विभाग में पालन नहीं हो रहा है।

विभाग के जिम्मेदारों की अनदेखी से निर्मित हालत..?

 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास असुरक्षा की स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। शासन की योजना अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए आवश्यक सुविधाओं में एक सुरक्षित एवं बाधा मुक्ति भवन, खेल मैदान, खेल सामग्री और साफ सफाई शामिल है। लेकिन नईगढ़ी विकासखंड के शिवराजपुर सहित कुछ अन्य केंद्रो को देखकर वर्तमान स्थिति यह प्रकाश डालते हैं कि यहां शासन की योजना अनुसार सुविधाएं मौजूद नहीं है।

आंगनबाड़ी केंद्रों के सामने या आसपास खतरनाक खाई या गड्ढे होना, घास फूस का अंबार लगा होना, बच्चों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। खासकर उन बच्चों के लिए जो खेलने या आने जाने के दौरान यहां से गुजरते हैं। जब आंगनबाड़ी केंद्र के आसपास ऐसी खतरनाक स्थिति होती है और विभाग इस पर ध्यान नहीं देता तो यह उपेक्षा का संकेत है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।

नौकरी मऊगंज जिला मुख्यालय रीवा-

मऊगंज जिले के हनुमना एवं मऊगंज सहित नईगढ़ी महिला बाल विकास में पदस्थ कई कर्मचारी अधिकारी आज भी अपना मुख्यालय रीवा बनाए हुए हैं शायद यही कारण है कि केंद्रों का नियमित निरीक्षण नहीं हो पता और इन अधिकारियों को जमीनी स्थिति का आकलन नहीं मिल पाता।

अधिकारियों का मुख्यालय रीवा होने के कारण जिले के सभी विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ 30 फ़ीसदी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भी रीवा एवं मऊगंज जिला मुख्यालय में रहती हैं। जिसके कारण आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित संचालन नहीं हो पा रहा है।

विभाग के कार्यों की जमीनी स्थिति देखी जाए तो अधिकारियों से लेकर जब अधिकतर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शहरों में निवास करते हैं तो भला केंद्रों का संचालन कैसे होता होगा समझा जा सकता है। लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या दोषियों पर कार्यवाही होगी ?

आंगनबाड़ी केंद्रों का क्या नियमित संचालन होगा ? शासन की योजना का लाभ हितग्राहियों का मिलेगा या फिर सब कुछ इसी तरह चलता रहेगा ? 

अपने अंदाज में बोले जिम्मेदार-

ऑफिस टाइम या फिर ऑफिस में आकर बात किया करें। आंगनबाड़ी केंद्र के सामने पानी से भरा गड्ढा एवं परिसर में घास फूस होने के कारण अन्यत्र केंद्र संचालन हेतु तीन दिन पूर्व कार्यकर्ता को बोल दिया गया है।

रवि शंकर पांडेय 
परियोजना अधिकारी 
महिला बाल विकास परियोजना नईगढ़ी