बिना डेट और बैच नंबर के समीर फूड बेचता रहा खाद्य पदार्थ, फैक्ट्री सीज

रीवा | मंगलवार को खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने समीर फूड नामक फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की है। बताया गया है कि उक्त व्यवसायी बड़े पैमाने पर पैकेट बंद चिप्स, नूडल, कुरमुरे आदि बनाता है और जिनमें इन खाद्य पदार्थों की पैकेजिंग होती है उनमें डेट और बैच नंबर नहीं होता। इतना ही नहीं समीर फूड में किसी भी पैकेजिंग के अंदर कोई भी खाद्य सामग्री भरकर बेचने का काम किया जाता है। ऐसे में यह पता लगा पाना मुश्किल है कि पैकेट के अंदर रखी हुई खाद्य सामग्री कितने दिन पुरानी है, वह खाने योग्य है या नहीं। 

खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री को सीज कर दिया है और जल्द ही खाद्य पदार्थ को जब्त करने की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर गठित खाद्य विभाग की टीम चोरहटा उद्योग विहार में मौजूद प्लाट नं. 42ए में स्थित समीर फूड के निरीक्षण पर गई। निरीक्षण के दौरान देखने और पूछताछ करने के उपरांत केआरएक्सएक्स कार्न रिंग, खुल जा सिमसिम, मोटू-पतलू, रेसर सेव, समोसा, स्कूल चलें हम, पैसा-पैसा नूडल्स, जीत किड्ज मस्ती, डेली मिल्क, डबल डिमांड, नमकीन नाम से कई ब्रांड में रिंग्स, चिप्स, पोंगा आदि निर्माण कर समीर फूड चोरहटा, जान्हवी फूड, वासुदेव फूड कोरबा की प्लास्टिक थैलियों में भरकर गांव, शहर वितरित किया जाना पाया गया। गौरतलब है कि किसी भी पैकेज्ड खाद्य सामग्री में उसकी निर्माण तिथि, एक्सपायरी डेट, बैज नंबर, इनग्रीडिएंट्स का उल्लेखित होना अनिवार्य है मगर जिस नकली कंपनियों के पैकेटों में समीर फूड खाद्य सामग्री भरकर बेचता है उनमें किसी भी नार्म्स का पालन नहीं किया गया।

हर खाद्य पदार्थ बनाने वाली कंपनी के पास उसका अपना अलग एफएसएसएआई नंबर होता है मगर समीर फूड्स में जितने भी खाद्य सामग्रियां तैयार होती हैं उनकी थैलियों में अलग-अलग एफएसएसएआई नंबर लिखा पाया गया। जाहिर है कि फैक्ट्री में किसी विशेष ब्रांड और प्रोडक्ट का निर्माण नहीं होता है बल्कि किसी भी कंपनी की पन्नियां खरीदकर उन्हें पैकेट में तब्दील कर दिया जाता है। बताया गया है कि समीर फूड्स से लाखों रुपए का माल बरामद किया गया है। मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा प्रशासक साबिर अली एवं शकुंतला मिश्रा तथा नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला और चोरहटा थाने के उप निरीक्षक मुकेश कुमार एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहा।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि किसी भी पैकेट पर डेट और बैज नंबर नहीं पाए गए हैं। जिससे यह पता लगाया जा सके कि उक्त सामग्री कितने दिनों तक गुणवत्तायुक्त और खाने योग्य है। समीर फूड्स नामक फैक्ट्री को अग्रिम कार्रवाई के लिए सील कर दिया गया है। बुधवार को नमूना लेने और खाद्य पदार्थों को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि फैक्ट्री में रिंग्स, पफ, नमकीन आदि बनाने की मशीनें लगी हुई हैं। जिनमें खाद्य सामग्री तैयार होती है और वह पैकेट में पैक होती है।

जगह-जगह तैयार हो रहीं अमानक खाद्य सामग्रियां
समीर फूड्स जिले का ऐसी इकलौती बेकरी नहीं है जहां इस प्रकार के गुणवत्ताहीन और खाद्य एवं औषधि विभाग के नार्म्स को ताक में रखकर सामग्रियां तैयार की जा रही हैं बल्कि शहर और ग्रामीण इलाकों में ऐसी कई फैक्ट्रियां और बेकरी हैं जहां धड़ल्ले से पैकेट बंद खाद्य सामग्रियां बेची जाती हैं। विडम्बना की बात यह है कि यह प्रोडक्ट गांव से लेकर शहर भर में बिकते हैं और छोटे बच्चे इनके ग्राहक होते हैं जिनके स्वास्थ्य पर खतरा रहता है। निम्न स्तर के तेल से बनाई जाने वाली यह सामग्रियों की अगर जांच हो तो शहर के भीतर शायद ही ऐसी कोई बेकरी होगी जिसको सीज न करना पड़े।