एक दर्जन से अधिक कॉलेजों के नए भवन का निर्माण अटका

रीवा | पिछले तीन साल से संभाग के एक दर्जन से अधिक कॉलेजों के लिए भवन निर्माण कराया जा रहा है। नए सत्र से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि इन कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को अब महाविद्यालय के स्वयं के भवन में पढ़ने की सुविधा मिलेगी मगर लॉक डाउन के चलते 13 शासकीय कॉलेजों के भवन निर्माण एवं फिनिशिंग कार्य का काम अटक गया था। जो लॉक डाउन खुलने के बाद भी अधूरा पड़ा हुआ है। जाहिर है कि नए सत्र में अगर कॉलेजों का भवन निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है तो प्रबंधन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

यहां बन रहा नया भवन
बताया गया है कि रीवा जिले में मनगवां, सेमरिया, देवतालाब, सतना के जैतवारा, मैहर, सीधी के कुसमी और सिंगरौली के सरई व चितरंगी के लिए भवन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जबकि अनूपपुर के बिजुरी और उमरिया जिले के मानपुर, चंदिया एवं उमरिया में भवन का निर्माण किया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो इसी सत्र में कॉलेजों को उनके नए भवन में स्थापित कर देना है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि परिस्थितियां पटरी में आने के बाद जल्द से जल्द भवनों के निर्माण को पूरा करने की कोशिश की जाएगी ताकि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए यह सभी महाविद्यालयों की इमारतें तैयार हो जाएं। मगर भवन अब तक अधूरे हैं। कई जगहों पर तो प्लास्टर, ढलाई, पेंट और लाइट फिटिंग का काम बाकी है।

अभी करना होगा इंतजार
यह उम्मीद जताई जा रही थी कि सत्र 2020-21 से देवतालाब, सेमरिया और मनगवां के महाविद्यालयों के पास खुद का भवन होगा। कॉलेजों के लिए आवंटित भूमि में इमारत का निर्माण किया जा रहा है। जो फिलहाल अभी बंद है। जिसके चलते यह उम्मीद पर पानी फिर गया है। कॉलेजों के भवन की अधोसंरचना तो तैयार हो गई है काम फिनिशिंग वर्क में अटका हुआ है। ज्ञात हो कि उच्च शिक्षा विभाग ने रीवा संभाग के अंतर्गत आने वाले ऐसे 13  महाविद्यालयों को भवन बनाने के लिए राशि जारी की थी, जिनके पास भूमि ही नहीं थी। वहीं इसके अलावा रूसा एवं अन्य शासकीय मदों से मॉडल साइंस कॉलेज और विधि महाविद्यालय का निर्माण चल रहा है। मगर संभाग के यह ऐसे 13  कॉलेज हैं जिनके पास खुद की भी जमीन नहीं है।