दोगुनी रेट में बाजार में बिक रही अमानक खाद, गुणवत्ता की कोई नहीं है गारंटी
जिला किसान कांग्रेस कमेटी रीवा के अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह पिन्टू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रीवा और मऊगंज जिलों में किसानों को खाद की भारी किल्लत और आवारा मवेशियों की समस्या को लेकर प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि धान की बोनी के बाद छिड़काव के लिए जरूरी खाद नहीं मिल रही, जिससे किसान फसल खराब होने की चिंता में हैं।

राजेंद्र पयासी-मऊगंज
जिला किसान कांग्रेस कमेटी रीवा के अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह पिन्टू ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस समय रीवा और मऊगंज जिले का किसान खाद के लिए भटक रहा है धान की बोनी के बाद खाद नही मिलने से छिड़काव नही हो पा रहा है.
जिससे किसान परेशान है उसे अपनी फसल खराब होने का डर सता रहा है लेकिन किसान हितैषी होने का राग अलापने वाली भाजपा सरकार इसके लिए संवेदनशील नही है जिले का प्रशासन और शासन इन्वेस्टर्स मीट और स्वागत मे व्यस्त है होर्डिंग पोस्टर लगाए जा रहे हैं किसानों की चिन्ता किसी को नही है .
सेवा सहकारी समितियों मे खाद नही पहुंच रही है बात करने पर जबाब मिलता है कि रैक नही लगा आखिर रैक कब लगेगा जब फसल खराब हो जाएगी। इस बात को किसान हित में सत्ताधारी नही उठा रहें हैं मजबूर होकर किसान दोगुने दाम पर बाजार से अमानक खाद खरीद रहा है जिसकी गुणवत्ता की कोई गारंटी नही है। बिचौलिए अमानक खाद बेंच कर किसानों को लूट रहे हैं।
इसी तरह आवारा मवेशियों की समस्या भी है। कलेक्टर मऊगंज का एक आदेश था जिसे पूर्व कलेक्टर ने जारी किया था कि जिसके भी आवारा मवेशी चिन्हित होंगे और वह खुले में पाए जाएंगे उस पर ग्राम पंचायत जुर्माना सहित वैधानिक कार्यवाही करेगी यह सभी आदेश रद्दी की टोकरी में चले गए हैं।
इसका कोई क्रियान्वयन नही हुआ और न ही आगे होगा आखिर किसान कहां जाए किससे फरियाद करे किसान की याद केवल चुनाव के समय क्यो आती है सरकार को, इस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला प्रशासन रीवा और मऊगंज से अपील है कि संवेदनशीलता दिखाते हुए किसानो को शीघ्र खाद उपलब्ध कराए साथ ही साथ आवारा मवेशियों को लेकर उचित वैधानिक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करे।
श्री सिंह ने कहा कि अगर ग्राम पंचायत को इसमें सख्त कर दिया जाए तो कुछ हद तक समस्या का निराकरण हो सकता है बशर्ते इसका पालन कड़ाई से हो, क्योकि अधिकतर आवारा मवेशी उनके होते है जो किसानी नही करते जो किसान है खेती करता है भूमि स्वामी है वह मवेशी कभी नही छोडता।