भोपाल में खुलेगा MP का पहला 'महाशीर कैफे'

भोपाल में खुलेगा MP का पहला 'महाशीर कैफे'

भोपाल में जल्द ही राज्य का पहला ‘महाशीर कैफे’ खोला जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर यह पायलट प्रोजेक्ट मछुआरा समुदाय को नया व्यापारिक मंच देगा. महाशीर कैफे में हाई प्रोटीन सी-फूड, रेडी-टू-ईट मछली और डेकोरेटिव फिश परोसी जाएगी. मध्यप्रदेश की राज्य मछली महाशीर अब युवाओं के रोजगार का जरिया भी बनेगी.

नहीं हो पाएगी मछली की चोरी

मंत्री नारायण सिंह पंवार ने बताया कि ये कैफे इंडियन कॉफी हाउस और अमूल मॉडल की तरह सहकारिता पर आधारित होंगे. मछुआ समुदाय की सुरक्षा और विकास प्राथमिकता रहेगी, जलाशयों में चोरी से मछली आखेट रोकने की पुख़्ता व्यवस्था की जाएगी. तकनीकी नवाचार के तहत भदभदा में डिफ्यूज़न टेक्नोलॉजी सेंटर को मंजूरी मिली है. वहीं, इंदिरा सागर जलाशय में ड्रोन, GPS और कंट्रोल रूम की सुविधा विकसित की जाएगी.

रोजगार भी बढ़ेगा

मछुआरों के लिए जलाशयों पर ट्रांजिट हाउस बनेंगे और उनका पारिश्रमिक भी बढ़ाया जाएगा. मत्स्य महासंघ की एमडी निधि निवेदिता ने कहा कि राज्य को मत्स्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर है और 28 जलाशयों में मत्स्य आखेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है. जल्द ही मध्य प्रदेश मत्स्य व्यापार में अग्रणी राज्य बनेगा. वहीं, युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.