रीवा: गुढ़ जनपद के खजुआ कला गांव में दबंगों का शासकीय भवनों पर कब्जा, प्रशासन बना मूकदर्शक

गुढ़ जनपद के ग्राम पंचायत खजुआ कला में प्रशासनिक उपयोग के लिए बनाए गए शासकीय भवनों पर दबंगों ने कब्जा जमा लिया है। ये भवन सामुदायिक भवन, ग्राम आरोग्य केंद्र, कृषक सहकारी सेवा समिति बैंक और बहुद्देशीय भवन जैसे उद्देश्य से बनाए गए थे, लेकिन प्रशासन द्वारा इनके उपयोग में लापरवाही के कारण ये दबंगों की निजी संपत्ति बनते जा रहे हैं।

रीवा: गुढ़ जनपद के खजुआ कला गांव में दबंगों का शासकीय भवनों पर कब्जा, प्रशासन बना मूकदर्शक

रीवा । शासकीय भवनों पर दबंगो का ना सिर्फ कब्जा है बल्कि दबंग इन शासकीय भवनों का खुलकर दुरुपयोग भी कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा लाखों और करोड़ों की लागत से प्रशासनिक कार्य के लिए तैयार किए गए इन भवनों को बनाकर लावारिस छोड़ दिया गया, ऐसे में यह भवन अब दबंगो की बपौती बनकर रह गए हैं।

मामला के गुढ़ जनपद स्थित ग्राम पंचायत खजुआ कला का है, जहां स्थानीय दबंगो ने शासकीय भवन पर ना सिर्फ कब्जा जमा रखा है, बल्कि इसका दुरुपयोग करते हुए इस भवन में अनाज के साथ-साथ लकड़ी, भूसा और उपले रखने की सुरक्षित जगह बना ली है।

सबसे पहले आप इन तस्वीरों को देखिए कि किस तरह से सरकारी भावन में कब्जा कर उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। तस्वीरों में आप देख सकते है कि किस तरह से शासकीय भवन में दबंगो के द्वारा यहां अनाज के साथ साथ लकड़ीए भूसा और उपले का भंडार बना रखा है।

दरअसल यह तस्वीर किसी एक भवन की नहीं बल्कि ग्राम पंचायत के एक ही परिसर में बने पांच अलग-अलग सरकारी भवनों की है। ग्रामीणों की माने तो सरकारी मद से ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 20 में सामुदायिक भवन, ग्राम आरोग्य केंद्र, कृषक सहकारी सेवा समिति बैंक सहित बहुद्देशीय भवन तैयार कराया गया था।

प्रशासन ने इन भवनों को भले ही प्रशासनिक कार्य के लिए तैयार कराया लेकिन इन भवनों के बनने के बाद प्रशासन इनका उपयोग करना ही भूल गया। जिसका नतीजा है आज इन भवनों में दबंगों ने ना सिर्फ अपना कब्जा जमा लिया है बल्कि भवनों का निजी कार्य में दुरुपयोग किया जा रहा है।

ग्रामीणों की माने तो इन सरकारी भवनों में दबंगों से 3 से 4 सालों से कब्जा जमा रखा है। हद तो यह है कि यहां स्थित शासकीय मैदान को भी दबंगों ने अपना बना रखा है, जहां गांव के बच्चों को खेलने तक नहीं दिया जाता और जो बच्चा खेलने जाता है तो दबंग-मारपीट तक की घटना को अंजाम देते है।

हालांकि गांव के सरपंच इससे पूरी तरह अवगत है लेकिन दबंगों के आगे सरपंच भी मौन धारण किए हुए है।