CG News : भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी मामले में EOW का बड़ा एक्शन, 4 अधिकारियों को किया गिरफ्तार

रायपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के आरोप में EOW ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। आर्थिक अपराध अन्वेषण विभाग (EOW) ने इस मामले में 4 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।

CG News : भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी मामले में EOW का बड़ा एक्शन, 4 अधिकारियों को किया गिरफ्तार
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bharatmala Project corruption case. छत्तीसगढ़ के रायपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के आरोप में EOW ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। आर्थिक अपराध अन्वेषण विभाग (EOW) ने इस मामले में 4 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। मामले में ACB-EOW की टीम ने अगल-अलग जिलों मे 20 ठिकानों पर रेड मारी थी। EOW इस पूरे मामले की गहरी जांच कर रही है और गिरफ्तार किए गए अधिकारियों से पूछताछ जारी है।

एक दिन पहले दी थी दबिश

शुक्रवार को भारतमाला प्रोजेक्ट गड़बड़ी मामले में ACB-EOW की टीम ने अगल-अलग जिलों मे 20 ठिकानों पर रेड मारी थी। रायपुर, महासमुंद, दुर्ग, बिलासपुर, कटघोरा, कांकेर, अभनपुर और माना स्थित ठिकानों पर यह छापा मारा गया था। यह कार्रवाई SDM, तहसीलदार, RI और पटवारी सहित जमीन दलालों के ठिकानों पर हुई थी। इस छापेमारी की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया गया था।

EOW ने इन ठिकानों पर दी थी दबिश

उमा तिवारी- महादेव घाट,रायपुर
दशमेश- तेलीबांधा गुरुद्वारा, रायपुर
दिनेश कुमार साहू- पटवारी, माना बस्ती रायपुर
रोशन लाल वर्मा- RI, कचना रायपुर
अमरजीत सिंह गिल- ठेकेदार, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी दुर्ग
हरजीत सिंह खनूजा- ठेकेदार, मकान नंबर 118 लॉ विष्टा सोसाइटी, कचना रायपुर
जितेंद्र कुमार साहू- पटवारी, अभनपुर
निर्भय कुमार साहू- SDM, अटलनगर, नवा रायपुर समेत कांकेर के नरहरपुर स्थित आवास
हरमीत सिंह खनूजा- ठेकेदार, महासमुंद
योगेश कुमार देवांगन- जमीन दलाल, अश्वनी नगर,रायपुर
बसंती घृतलहरे- अभनपुर
अमरजीत सिंह गिल- बैंक कर्मचारी ICICI बैंक, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी,दुर्ग
विजय जैन- कारोबारी, गोलबाजार दुकान और टैगोर नगर स्थित घर रायपुर
लखेश्वर प्रसाद किरण- तहसीलदार, कटघोरा और बिलासपुर स्थित घर
शशिकांत कुर्रे- तहसीलदार, माना बस्ती और अभनपुर
लेखराम देवांगन- पटवारी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेजबहार रायपुर

ये था प्रोजेक्ट महाघोटाला

इस घोटाले में एकड़ के जमीनों को 500 से 1 हजार वर्ग मीटर में काटा गया। वहीं, 32 प्लॉट को काटकर 142 प्लॉट बनाया गया। 32 प्लॉट का मुआवजा 35 करोड़ बन रहा था, लेकिन छोटे टुकड़े काटने के बाद ये मुआवजा 326 करोड़ हो गया और भुगतान 248 करोड़ रुपए का हो गया। इसमें 78 करोड़ का क्लेम बाकी था, जिसके बाद भंडाफोड़ हुआ। इसमें छोटे उरला, बड़े उरला, नायक बांधा गांव के किसानों की जमीन में गोल माल हुआ है। बताया जा रहा है कि जमीनों का अधिग्रहण करने में कुछ सरकारी अधिकारियों ने 326 करोड़ का घोटाला कर दिया।