MP NEWS : बदहाल अस्पतालों में बांटी जा रही मौत- रवि सक्सेना
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रवि सक्सेना ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के दमोह जिले में सामने आए फर्जी डॉक्टर मामले ने पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। हार्ट सर्जरी कर फर्जी डॉक्टर ने कम से कम आठ लोगों की जान ली है।

भोपाल. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रवि सक्सेना ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के दमोह जिले में सामने आए फर्जी डॉक्टर मामले ने पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। खुद को लंदन का प्रशिक्षित कार्डियोलॉजिस्ट बताकर मिशनरी अस्पताल में हार्ट सर्जरी कर फर्जी डॉक्टर ने कम से कम आठ लोगों की जान ली है।
उन्होंने कहा कि इस त्रासदी ने न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि भाजपा सरकार की जनता की सेहत के प्रति उदासीनता को भी सामने लाया है। कांग्रेस ने मामले में जवाबदेही तय करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में फैले फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाय और इस पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
सक्सेना ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए छह प्रमुख मुद्दे उठाए। इनमें फर्जी डॉक्टरों का आतंक, अमानक दवाएं, दवा खरीदी में घोटाला, व्यापमं घोटाले के जरिए की गई भर्ती, आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा और स्वास्थ्य सूचकांक में पतन प्रमुख हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सूचकांक में मध्यप्रदेश 17वें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अमानक दवाओं के मामले बार-बार सामने आ रहे हैं।
साल 2024 में ही 13 दवाएं अमानक पाई गई, जिनमें सेफोटैक्सिम जैसे एंटीबायोटिक इंजेक्शन शामिल हैं। इन दवाओं का उपयोग सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक में किया जा रहा था। आयुष्मान भारत योजना में 2022 में 84 निजी अस्पतालों के ऑडिट में 27 में गड़बड़ियां पाई गई। फर्जी बिल बनाकर सरकारी धन की लूट की जा रही थी। साल 2025 में दवा खरीदी में 750 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार को गरीबों का इलाज सुनिश्चित करना चाहिए और डॉक्टरों की भर्ती कर संसाधन बढ़ाना चाहिए।