97.4 रुपए का हुआ पेट्रोल, महंगाई के बोझ में दबा आम आदमी

रीवा | पेट्रोल और डीजल की कीमतें जंगल में लगी आग की तरह बढ़ती ही जा रही है। आम आदमी महंगाई के बोझ में दब चुका है। पिछले नौ महीने से पेट्रोल और डीजल के दाम में सिर्फ बढ़ोत्तरी हुई है। बता दें कि पेट्रोल की कीमत जहां 97.4 रुपए हो गई है और जबकि डीजल के दाम 87.11 रुपए तक पहुंच गए है। इतना ही नहीं स्पीड पेट्रोल की कीमत 102 रुपए से अधिक हो चुकी है। हालात यह है कि लोग घर से गाड़ी निकालते वक्त दस बार सोचते हैं। 

गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों को जीएसटी के दायरे के बाहर रखा और साथ ईधन के दाम और क्रूड आॅयल के अनुसार तय किए। जिसका मतलब यह है कि अगर क्रूड आॅयल के दाम बढ़ते हैं तो डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ेंगे और अगर क्रूड आॅयल की कीमत घटती है तो ईधन के दामों में भी गिरावट आएगी। चिंता का विषय यह है कि लाकडाउन लागू होने के बाद से क्रूड आॅयल लगातार सस्ता होता गया अगर इसके ठीक विपरीत पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते रहे। 

गौर करने वाली बात यह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम के बढ़ने से ट्रांसपोटेशन महंगा हो जाता है। आम आदमी को ईधन खरीदने के लिए अधिक पैसे तो देने ही पड़ते है साथ ही ट्रांसपोर्ट के माध्यम से जिन चीजों का आयात होता  है वह अपने आप महंगी हो जाती है। जैसे खाद्य पदार्थ फल, सब्जी, निर्माण सामग्रियां और सभी चीजों जो ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आते ही वह महंगी हो जाती है। जिसका असर सब्जियों के बढ़ते दामों को देखकर पता किया जा सकता है।