संजय गांधी अस्पताल के उन्नयन के लिए कैबिनेट बैठक में 321.94 करोड़ रुपए की मंजूरी

चिकित्सा अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण के लिए अहम निर्णय,नए कार्यों से जिले मे बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं

संजय गांधी अस्पताल के उन्नयन के लिए कैबिनेट बैठक में 321.94 करोड़ रुपए की मंजूरी

रीवा। जिले श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संजय गांधी स्मारक अस्पताल अब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में इंदौर में हुई कैबिनेट बैठक में रीवा सहित प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों के लिए बड़ी योजनाओं को मंजूरी दी गई। रीवा के सबसे पुराने इस अस्पताल के अधोसंरचना विकास के लिए 321.94 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। इंदौर में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रिपरिषद के निर्णयों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने एवं चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में आज मंत्रिपरिषद द्वारा कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन निर्णयों से न केवल चिकित्सा अधोसंरचना को मजबूती मिलेगी, बल्कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्राप्त होंगी। कैबिनेट की बैठक में इंदौर जिले के गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय परिसर में कुल 773.07 करोड़ रुपए की लागत से 1450 बिस्तरीय नवीन शिक्षण चिकित्सालय भवन, 550 बिस्तरीय नर्सिंग हॉस्टल, 250 सीटर मिनी ऑडिटोरियम तथा बाह्य विकास कार्यों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह परियोजना इंदौर एवं आसपास के क्षेत्रों के लाखों नागरिकों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगी एवं मेडिकल एजुकेशन की संरचना को आधुनिक बनाएगी।  उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को जनकल्याण की सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘सशक्त भारत - स्वस्थ भारत’ के संकल्प को साकार करने हेतु मध्यप्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है। यह निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. यादव की संवेदनशीलता, दूरदर्शिता और स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रमाण है।

ये होगे नए निर्माण कार्य 

इस योजना में नवीन ओ.पी.डी. भवन, मेटरनिटी ब्लॉक, मल्टी लेवल पार्किंग, 171 आवास, अत्याधुनिक किचन, डोरमेट्री, न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक तथा कैंसर इकाई हेतु बंकर जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्य शामिल हैं। इससे विंध्य क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी एवं रीवा मेडिकल कॉलेज की कार्यक्षमता कई गुना बढ़ेगी। गंभीर रोगों के उपचार के लिए सुविधाएं बेहतर होंगी।

नर्सिंग कॉलेज और हॉस्टल के लिए भवन निर्माण को मिली मंजूरी

 नर्सिंग कॉलेज के साथ-साथ छात्राओं के लिए हॉस्टल भी नए भवन में बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार द्वारा स्वीकृत राशि में दोनों भवनों का निर्माण शामिल कर लिया गया है। बीते समय में संसाधनों की कमी और अधूरी सुविधाओं के कारण नर्सिंग कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई थी। इस निर्णय का असर कॉलेज में अध्ययन कर रही छात्राओं पर पड़ा, जिन्हें पढ़ाई बीच में छोड़कर अपने घर लौटना पड़ा। फिलहाल अस्थायी व्यवस्था के तहत मेडिकल कॉलेज के भवन में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
पुराना कॉलेज भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है और हाल ही में गिर चुका है,जिससे अब स्थायी समाधान की आवश्यकता और भी स्पष्ट हो गई है। इसको देखते हुए सरकार ने नए भवन निर्माण की प्रक्रिया को गति देने के निर्देश दिए हैं। नए भवन के निर्माण के साथ ही नर्सिंग के अतिरिक्त पाठ्यक्रमों की शुरुआत की भी योजना बनाई जा रही है। भवन निर्माण पूरा होने के बाद बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग सहित कई आधुनिक कोर्सों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे क्षेत्रीय युवाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य शिक्षा का लाभ मिल सकेगा।