सड़क सुधार की मांग करने पहुंचे संगठन पदाधिकारियों की आयुक्त से तीखी बहस, पुलिस ने संभाला मोर्चा

कार्यकर्ताओं पर आयुक्त के चेंबर में घुसकर अभद्रता करने का आरोप, सड़कों की समस्या लेकर पहुंचे ग्राहक पंचायत संगठन के लोग

सड़क सुधार की मांग करने पहुंचे संगठन पदाधिकारियों की आयुक्त से तीखी बहस, पुलिस ने संभाला मोर्चा

रीवा । शहर में चल रहे सीवरेज लाइन के कार्य से परेशान लोगों ने शिकायत लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे। जिसके बाद नगर निगम कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ। बता दे शहर की अधिकांश गली, सड़कें खोदकर तहस-नहस कर दिया है।सीवर लाइन से परेशान अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के पदाधिकारियों ने नगर निगम में जमकर हंगामा किया।

इस बीच नगर निगम आयुक्त और कार्यकर्ताओं में जमकर कहा-सुनी हुई। मामले को शांत कराने सिविल लाइन पुलिस को बुलाना पड़ा।  इस घटनाक्रम ने निगम परिसर में अफरा-तफरी की स्थिति पैदा कर दी, जो करीब आधे घंटे तक बनी रही। बता दे घटना उस समय हुई जब ग्राहक पंचायत के पदाधिकारी निगम आयुक्त सौरभ सोनवणे से मिलने पहुंचे थे।

उन्होंने वार्ड क्रमांक 10 समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में खुदी पड़ी और जर्जर सड़कों की हालत पर नाराजगी जताई। शुरू में शांतिपूर्ण तरीके से चल रही बातचीत अचानक गर्मा गई जब संगठन के एक पदाधिकारी ने आयुक्त के बैठकर चर्चा करने के आग्रह पर आपत्ति जताई। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।

नगर निगम अधिकारियों का आरोप है कि बातचीत के दौरान संगठन के कुछ सदस्यों ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और आयुक्त को व्यक्तिगत रूप से धमकाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए निगम प्रशासन ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हंगामा कर रहे लोगों को परिसर से बाहर निकाला गया। 

कुछ लोगों को थाने भी ले जाया गया। ग्राहक पंचायत के प्रांत सह-संगठन मंत्री गौरव भदौरिया ने कहा कि सीवरेज और पेयजल पाइपलाइन डालने के बाद कई सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, जिससे लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही है। उनका कहना है कि निगम विकास कार्यों के प्रचार में व्यस्त है, लेकिन आमजन की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दे रहा। 

विकास कार्यों के लिए आभार, पर मरम्मत जरूरी

प्रतिनिधियों ने ज्ञापन में जहां नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे कुछ विकास कार्यों की सराहना की, वहीं यह भी कहा कि इन कार्यों के चलते खुदी सड़कों की मरम्मत नहीं होने से परेशानी और बढ़ गई है। उन्होंने मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू करने की मांग की।

आयुक्त ने मांगा दो दिन का समय

हंगामे के दौरान आयुक्त सौरभ सोनवणे ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए प्रतिनिधिमंडल से दो दिन का समय मांगा ताकि संबंधित क्षेत्रों में मरम्मत कार्यों की समीक्षा की जा सके। लेकिन संगठन के कुछ सदस्य उनकी बात मानने को तैयार नहीं हुए और तीखे शब्दों का प्रयोग करते रहे।

सहायक आयुक्त ने थाने में दी शिकायत

नगर निगम के सहायक आयुक्त के.एन. साकेत ने सिविल लाइन थाना प्रभारी को पत्र लिखकर चार नामजद लोगों — गौरव भदौरिया, सुशील सिंह, डॉ. व्योमकेश शुक्ला और प्रमोद गुप्ता  के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और सरकारी अधिकारी से अभद्र व्यवहार करने की शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।