MP News: उज्जैन के छात्रों ने बनाया इमरजेंसी अलर्ट डिवाइस, हार्ट अटैक की स्थिति में करेगा अलर्ट

उज्जैन के गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के पांच छात्रों ने एक स्मार्ट इमरजेंसी डिवाइस विकसित की है, जो हार्ट अटैक, दुर्घटना या हमले जैसी आपात स्थितियों में तुरंत अलर्ट भेजकर सहायता सुनिश्चित करती है। यह डिवाइस हार्टबीट या ब्लड प्रेशर होने पर 100 मोबाइल नंबरों पर मैसेज और कॉल करती है। इसमें जीपीएस, कैमरा, सेंसर और SOS बटन जैसी तकनीकें हैं। सिर्फ 5000 रुपये में तैयार यह डिवाइस भीड़भाड़ वाले आयोजनों और अकेले रहने वालों के लिए बेहद उपयोगी है।

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UJJAIN. देशभर में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का एक बड़ा कारण समय पर इलाज न मिल पाना है। इसी गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के पांच होनहार छात्रों ने एक स्मार्ट इमरजेंसी डिवाइस तैयार किया है। यह डिवाइस न सिर्फ हार्ट अटैक जैसी स्वास्थ्य आपात स्थितियों में मदद करेगा, बल्कि किसी भी प्रकार के खतरे या हादसे के समय तुरंत अलर्ट भेजकर सहायता सुनिश्चित करेगा।

डिवाइस की खासियतें

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन ब्रांच के फाइनल ईयर के छात्र मोहित कुमार, हर्ष श्रीवास्तव, राहुल सिंह रावत, ओम कृष्ण कुमार जायसवाल और विशाल रघुवंशी ने प्रोफेसर वाय.एस. ठाकुर के मार्गदर्शन में इस डिवाइस को सिर्फ तीन महीनों में तैयार किया है।

इस हाईटेक डिवाइस में सेंसर, कैमरा, स्पीकर, प्रोसेसर, सिम कार्ड, जीपीएस और बैटरी जैसी कई महत्वपूर्ण तकनीकें जोड़ी गई हैं। यह डिवाइस उस समय सक्रिय होता है जब किसी व्यक्ति की हार्टबीट या ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक या कम हो जाता है।

ऐसी स्थिति में यह डिवाइस पहले से सेव 100 मोबाइल नंबरों पर अलर्ट मैसेज भेजता है। अगर मैसेज का कोई जवाब नहीं मिलता, तो यह क्रमवार रूप से कॉल करता है। रिस्पॉन्स न मिलने पर ऑटोमैटिक वीडियो कॉल की सुविधा भी शुरू हो जाती है। डिवाइस में टू-वे कम्युनिकेशन भी संभव है, जिससे मदद मांगने वाला व्यक्ति बात भी कर सकता है।

5 हजार रुपये में हुआ तैयार

कम लागत में तैयार यह डिवाइस सड़क पर होने वाली आपात स्थितियों जैसे हार्ट अटैक, दुर्घटना, लूटपाट या हमले के समय बेहद मददगार साबित हो सकता है। इसकी लागत केवल 5000 रुपये है और इसे भविष्य में मोबाइल एप या स्मार्ट वॉच में बदलने की योजना है।

सिंहस्थ जैसे आयोजनों में होगा उपयोगी

प्रोफेसर वाय.एस. ठाकुर ने बताया कि यह डिवाइस विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले आयोजनों जैसे सिंहस्थ कुंभ में बेहद प्रभावी रहेगा। गर्मी के मौसम में उज्जैन में लगने वाले इस मेले में, जहां लाखों लोग जुटते हैं, वहां यह डिवाइस तत्काल सहायता पहुंचाने में उपयोगी होगा। इसमें लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा भी है, जिससे किसी व्यक्ति की सटीक स्थिति पता लगाई जा सकती है।

समाज की जरूरत से आया आइडिया

छात्र हर्ष श्रीवास्तव के मुताबिक, अपराध और स्वास्थ्य से जुड़ी घटनाओं की खबरें पढ़ते-पढ़ते उनके मन में यह विचार आया कि क्यों न एक ऐसा यंत्र बनाया जाए, जो ऐसे हालात में तुरंत प्रतिक्रिया दें सकें और जीवन बचा सके। यह डिवाइस उन लोगों के लिए खासतौर पर उपयोगी है जो अकेले रहते हैं। अगर किसी को अचानक कोई स्वास्थ्य समस्या हो या कोई हमला कर दे, तो यह डिवाइस तुरंत उनके करीबियों को सतर्क कर देता है।

अत्याधुनिक तकनीक से लैस

डिवाइस में पल्स सेंसर और एक SOS बटन भी दिया गया है, जिसे आपात स्थिति में दबाया जा सकता है। यह बटन दबाते ही लोकेशन के साथ अलर्ट मैसेज भेजा जाता है और कॉलिंग सिस्टम एक्टिव हो जाता है।