ट्रैफिक पुलिस का विशेष अभियान शुरू , पहली बार 64 ई-रिक्शे पर हुई बड़ी कार्यवाही , 34 हजार का जुर्माना

रीवा शहर में यातायात व्यवस्था ई-रिक्शा के अव्यवस्थित संचालन से बुरी तरह प्रभावित हो रही है। रूट तय न होने, स्टॉपेज की कमी और नाबालिग चालकों की भरमार के चलते दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। इसी के चलते ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार को शहरभर में विशेष चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 64 ई-रिक्शा पर कार्रवाई कर 34,200 रुपए जुर्माना वसूला गया।

ट्रैफिक पुलिस का विशेष अभियान शुरू , पहली बार 64 ई-रिक्शे पर हुई बड़ी कार्यवाही , 34 हजार का जुर्माना

रीवा। शहर की यातायात व्यवस्था पर ई-रिक्शा का दबदबा अब बड़ा खतरा बनता जा रहा है। न तो इन वाहनों के तय रूट हैं और न ही कोई स्थायी स्टॉपेज, जिससे सड़कों पर अव्यवस्था फैलती जा रही है।

इससे न केवल आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम भी लगातार बढ़ रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार को सख्त रुख अपनाते हुए शहर भर में विशेष चेकिंग अभियान की शुरुआत की।

इस कार्रवाई के तहत बड़ी संख्या में ऐसे ई-रिक्शा पकड़े गए जो या तो बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे थे या उनके चालकों के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। खास बात यह रही कि कई ई-रिक्शा नाबालिग बच्चों द्वारा चलाए जा रहे थे, जो पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है।

बता दे रीवा शहर में फिलहाल करीब 4000 ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। इनमें से एक बड़ी संख्या ऐसे चालकों की है जो नाबालिग हैं और जिन्हें परिवहन नियमों की बुनियादी जानकारी तक नहीं है। वहीं अनेक वाहन बिना बीमा, फिटनेस और रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ते पाए गए।

ट्रैफिक थाना प्रभारी अनिमा शर्मा ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर यह अभियान शुरू किया गया है। शहर के विभिन्न इलाकों जैसे बिछिया, घोघर और मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा की अचानक चेकिंग की जा रही है।

जिन वाहनों के दस्तावेज अधूरे मिले, उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई है, जिसमे ट्रैफिक पुलिस ने 64 ई-रिक्शा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जिनसे 34 हजार 200 रुपए जुर्माना की राशि वसूली गई है।

थाना प्रभारी ने बताया कि बिना बैध नम्बर प्लेट की 21, वर्दी न पहनने पर 23, नो पार्किंग में खड़ा कर सवारी चढ़ाने और उतारने पर 12, बिना वैध कागजात पर 6 और क्षमता से ज्यादा सवारी पाए जाने पर 2 कार्रवाई की गई है। ट्रैफिक पुलिस की टीम में सूबेदार अखिलेश कुशवाहा और अंजलि गुप्ता की भी सक्रिय भागीदारी रही। ।

एजेंसी संचालकों द्वारा किराए पर चलाए जा रहे हैं ई रिक्शा 

पुलिस जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि कई ई-रिक्शा स्थानीय एजेंसियों द्वारा किराए पर चलवाए जा रहे हैं, जिनके न तो कागजात पूरे हैं और न ही वैध संचालन की अनुमति। वही कुछ एजेंसी संचालक प्रतिदिन 300 रुपए के किराए पर ई-रिक्शा नाबालिगों या दस्तावेजहीन चालकों को सौंप रहे हैं। इस बाबत जब एजेंसी संचालकों से पूछताछ की गई तो उन्होंने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अधूरी होने का हवाला देकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की।

रूट बनाने की तैयारी 

ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि अनियंत्रित ई-रिक्शा अब शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को पंगु बना रहे हैं। चालकों की मनमानी के कारण जाम की स्थिति बनती है, साथ ही पैदल यात्रियों और अन्य वाहन चालकों के लिए भी खतरा उत्पन्न हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए यातायात विभाग ने नगर प्रशासन को पत्र भेजकर सुझाव दिए हैं कि ई-रिक्शा के लिए तय रूट, स्टॉपेज और यूनिक नंबरिंग सिस्टम लागू किया जाए।