खनिज माफिया पर जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, कौआढान के चार, नौबस्ता का एक क्रेशर प्लांट सीज

रीवा | प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन न करना पांच क्रेशर प्लांटों को महंगा पड़ गया है। जिला कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के निर्देशन पर की गई कार्रवाई में कौआढान की चार क्रेशर प्लांट एवं नौबस्ता की एक क्रेशर को सीज कर ताला जड़ दिया गया है। मौके पर पहुंची एसडीएम फरहीन खान, खनिज अधिकारी रत्नेश कुमार दीक्षित तथा तहसीलदार रत्नराशि पाण्डेय, तहसीलदार यतीश शुक्ला तथा नगर पुलिस अधीक्षक सच्चिदानंद एवं भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पांचों क्रेशरों को सीज कर उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है।

बताया गया है कि मां वैष्णो देवी स्टोन क्रेशर, मां भद्रकाली स्टोन क्रेशर, उप्पल स्टोन क्रेशर, सांई कृपा स्टोन क्रेशर, दिव्य शिवशक्ति स्टोन क्रेशर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था।  गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा मौके पर पहुंचकर जब दस्तावेजों की पड़ताल शुरू की तो उनके रिकार्ड दुरुस्त नहीं पाए गए। वहीं जब उनसे खनिज रायल्टी संबंधी दस्तावेज मांगा गया उस समय क्रेशर संचालक उन दस्तावेजों को उपलब्ध नहीं करा पाए। ऐसे में जिला प्रशासन की टीम ने पांचों स्टोन क्रेशरों को सीज कर दिया है।

धूल के उड़ रहे थे गुबार
जिला प्रशासन की टीम जैसे ही कौआढान एवं नौबस्ता पहुंची, उस समय स्टोन क्रेशरों से धूल के गुबार उड़ रहे थे। इसके लिए जल छिड़काव तथा बाउंड्रीवाल बनाए जाने का पीसीबी में नियम है। चारों स्टोन क्रेशरों में न तो बाउंड्रीवाल देखी गई न उनमें कहीं पर वृक्षारोपण एवं नोटिस बोर्ड पाया गया। वेव व्यपवर्तन अनुमति से अधिक भूमि पर क्रेशर संचालित करने सहित खनिज रायल्टी से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर सीलिंग की कार्रवाई की गई है।

इस कार्यवाही के बाद क्रेशर संचालकों में हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई है। गौर करने वाली बात यह है कि कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी द्वारा माफियाओं के विरुद्ध की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई में अब माफिया भूमिगत होने लगे हैं। इसके पूर्व भी क्रेशर प्लांटों में विद्युत विच्छेद की कार्रवाई की गई थी। हालांकि उक्त कार्रवाई सतना जिला स्थित क्रेशरों में की गई थी। बहरहाल उन क्रेशरों में जो बिजली का कनेक्शन दिया गया था, वह रीवा जिला चोरहटा का था।