शीतलहर की चपेट में मध्यप्रदेश, प्रदेश के कई जिलों में पाला पडऩे की संभावना

भोपाल | उत्तर की सर्द हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पचमढ़ी में जहां रात का पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस सबसे कम रहा, वहीं रायसेन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में रात की ओस की बूंदें बर्फ में बदल गईं।  प्रदेश के 16 जिलों में कोल्ड वेव रही। राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार-शनिवार की रात इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। यहां पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अगले 48 घंटे इसी तरह ठंड रहेंगे। पश्चिमी हिमालय में एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। उमरिया, छतरपुर जिले में पाला पड़ने की भी आशंका है। दो फरवरी से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं।

दो दिन बाद राहत के आसार
हिमालय में बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर से ठंडी हवाएं आना कम हो जाएगी। इसके साथ ही हवा की रफ्तार भी कम हो जाएगी। ऐसे में तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी। इसका असर पश्चिमी विक्षोभ के रहने तक रहेगा। यदि ठंड तेज हुआ तो फसलों को भी नुकसान पहुंच सकता है।

यहां शीतलहर चली
दतिया, सतना, सागर, रीवा, नौगांव, खंडवा, खजुराहो, गुना, ग्वालियर, टीकमगढ़, दमोह, भोपाल, बैतूल, उमरिया, राजगढ़ और रतलाम में कोल्ड वेव रही। जबकि जबलपुर और सिवनी में सेवियर कोल्ड वेव के कारण कड़ाके की ठंड रही। यह रात का तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया।