एमपी में मूसलाधार बारिश का कहर

26 जिलों में बाढ़ का खतरा. नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बही तो उमरिया के जौहिला डैम के गेट खोलने पड़े, 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी.

एमपी में मूसलाधार बारिश का कहर

मध्य प्रदेश में मानसून का स्ट्रांग सिस्टम होने की वजह से भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने बीते 24 घंटों में हुई भारी बारिश के कारण जबलपुर, शिवपुरी, रीवा, छतरपुर, सागर और नरसिंहपुर समेत 26 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। शिवपुरी में कई गावों में बाढ़ के कारण उनका मुख्य सड़क से संपर्क टूट गया है. सड़कों पर कार के ऊपर से पानी बह रहा है। नदियों के उफान पर होने के कारण सागर से बेगमगंज और ग्यारसपुर जाने वाला मार्ग भी बंद कर दिया गया है। शनिवार को नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बही तो उमरिया के जौहिला डैम के गेट खोलने पड़े। रविवार को 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। दोपहर में जबलपुर के बरगी बांध के गेट खोले जाएंगे। 5000 क्यूमेक जल निकासी होगी, जिससे नर्मदा के घाटों पर 4 से 5 फीट पानी की बढ़ोतरी हो सकती है।


बारिश के पानी से भरे गड्ढे में गिरकर दो जुड़वा मासूमों की मौत
सिवनी के केवलारी थाना क्षेत्र के खापा गांव में शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में पांच साल के दो जुड़वां भाइयों की मौत हो गई। दोनों मासूम खेलते-खेलते घर के पीछे बने अधूरे सेप्टिक टैंक में गिर गए, जो बारिश का पानी भरने से जानलेवा गड्ढा बन चुका था। हादसे के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल है। वहीं परिजन गहरे सदमे में हैं। गांव निवासी रामजी झारिया ने अपने घर के पीछे सेप्टिक टैंक के लिए गड्ढा खुदवाया था। तेज बारिश के कारण यह गड्ढा चार फीट तक पानी से भर गया। शनिवार शाम करीब 4 बजे रामजी के जुड़वां बेटे प्रबल और प्रभात खेलते-खेलते इसी गड्ढे में जा गिरे।


इन जिलों में हुई मूसलाधार बारिश
बीते 24 घंटों में मध्य प्रदेश के 12 से अधिक जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक कटनी के रीठी में 9.1 इंच पानी गिरा। इसके साथ ही मंडला के निवास में 7.4 इंच और बीजाडंडी में 7.1 इंच, पन्ना के अमानगंज में 6.7 इंच, कटनी के उमरिया पान में 6.5 इंच, जबलपुर के कुंडम में 6.1 इंच, उमरिया के नौरोजाबाद में 5.5 इंच, श्योपुर में 6.9 इंच, ग्वालियर के भितरवार में 5.4 इंच के साथ डिंडौरी, दमोह, सागर, निमाड़ी और शहडोल में भी 4 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है।


धसान नदी का जलस्तर बढ़ा, लहचूरा डैम के 7 गेट खोले, किनारे के गांवों में सतर्कता की अपील
बुंदेलखंड में लगातार बारिश के चलते धसान नदी का जलस्तर बढ़ गया है और हरपालपुर के पास मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश सीमा पर स्थित लहचूरा डैम के सात गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे के गांवों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। शनिवार को सुबह 11 बजे लहचूरा डैम के सात गेट 2.50 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए, जिससे 84,600 क्यूसेक पानी धसान नदी में छोड़ा जा रहा है। यह डैम मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा पर हरपालपुर के पास स्थित है, और इसका भराव क्षेत्र दोनों राज्यों में फैला हुआ है। उत्तरप्रदेश सरकार के अधीन इस डैम में पहाड़ी क्षेत्रों और सुखनई नदी से पानी की भारी आवक के कारण जलस्तर बढ़ गया था।


अगले 24 घंटों में इन जिलों में बाढ़ का अलर्ट
पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़ और उमरिया जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ का रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश के अशोकनगर, गुना, रायसेन, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा जिले में भी बाढ़ का रेड अलर्ट जारी किया गया है।


लो प्रेशर एरिया से और तेज होगी बारिश
मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन ने बताया, वर्तमान में एक मानसून ट्रफ श्रीगंगानगर, भिवानी, आगरा, पुरुलिया और कोलकाता होते उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। वहीं एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन पूर्वी मध्य प्रदेश एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में हवा की ऊपरी सतह में 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। एक ऊपरी हवा का अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन प. बंगाल के उत्तरी भागों एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।