कक्षा 9 वीं से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं आज से
रीवा | मध्यप्रदेश बोर्ड की कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा सोमवार से आयोजित होने जा रही है। बताया गया है कि कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं की मुख्य परीक्षाओं की तैयारियों के लिए अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित की जा रही है। गौरतलब है कि 9वीं से लेकर 12वीं के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं 18 दिसम्बर से पूर्णत: शुरू हो चुकी हैं। वहीं विद्यार्थियों का पहला रिवीजन टेस्ट नवम्बर में आयोजित हो चुका है। शालाओं को आयोजित हुए एक महीने से अधिक का वक्त बीत चुका है। ऐसे में विभाग ने छमाही परीक्षा आयोजित कराने का निर्णय लिया है।
दो पॉलियों में होगी परीक्षा
बताया गया है कि 9वीं और 10वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक आयोजित होगी। जबकि कक्षा 11वीं और 12वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा दोपहर 12.30 से 3.30 बजे तक आयोजित होगी। बताया गया है कि छात्रों को कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केन्द्र में बैठते वक्त मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसके अलावा पानी की व्यवस्था खुद करनी पड़ेगी। पता चला है कि सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए छात्रों के बैठने की व्यवस्था स्कूलों में की गई है।
अगले माह होंगे प्री-बोर्ड और प्री-वार्षिक परीक्षा
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कक्षा 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा के साथ ही साथ कक्षा 9वीं और 11वीं की प्री-वार्षिक परीक्षाएं आयोजित होंगी। हालांकि इन दोनों परीक्षाओं के आयोजित होने की संभावना व्यक्त की गई है। अभी भी लोक शिक्षण संचालनालय ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्री-बोर्ड और प्री-वार्षिक परीक्षा का आयोजन मार्च माह में संभव होगा या नहीं।
टम्प्रेचर मशीन का कोई अता-पता नहीं
जैसे-जैसे वक्त बीतता गया वैसे ही कोरोना को लेकर उपयोग किए जाने वाले बचाव के साधनों का इस्तेमाल भी कम होता गया। स्कूलों में टम्प्रेचर मापने वाली मशीन आलमारी के अंदर बंद हो गई है। सेनेटाइजर की बोतलें खाली हो चुकी हैं। एकमात्र मास्क ही बचाव का साधन रह गया है जिस ओर भी स्कूल के छात्र व शिक्षक ध्यान देना बंद कर चुके हैं। गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना संक्रमण भले ही पहले से अब कमजोर हो चुका हो मगर यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। खासकर स्कूली छात्रों को ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। स्कूल शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि वह राज्य शासन और विभाग द्वारा भेजी गई गाइड लाइन का सही ढंग से पालन करें।