मध्यप्रदेश में तीन दिन बाद बूंदाबांदी होने के बने आसार
भोपाल | वर्तमान में राजधानी भोपाल सहित पूरा मध्यप्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। प्रदेश के लगभग बीस जिलों में शीतलहर का प्रभाव है। इस बार सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मध्यप्रदेश में ठंड के तीखे तेवर दो-तीन दिन तक और बने रह सकते हैं। इसके बाद फरवरी की शुरूआत में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने के आसार हैं। हवाओं का रुख बदलने से बादल छाएंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
चार फरवरी से छाएंगे बादल
चार-पांच फरवरी को भोपाल सहित प्रदेश के उत्तर-पश्चिम इलाके में बादल छाने से रात के तापमान में भी बढ़ोतरी होगी और ठंड से राहत मिलेगी। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। साथ ही तीन दिन से लगातार हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। लगभग 14 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शुक्ला के मुताबिक एक फरवरी तक ठंड के तेवर इसी तरह बने रहने की संभावना है। एक फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पहुंचेगा।
इन जिलों में अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक प्रदेश में ठंड का दौर जारी रहने की चेतावनी जारी की है। इसमें बालाघाट, जबलपुर और सिवनी में कहीं-कहीं तीव्र शीतलहर चल सकती है, जबकि चंबल संभाग के जिलों और रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, छिंदवाड़ा, मंडला, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, रायसेन, होशंगाबाद, खंडवा, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, गुना और दतिया में कहीं-कहीं शीतलहर चलेगी। इसके अलावा मंडला, नरसिंहपुर और टीकमगढ़ में दिन शीतल रहेंगे। मौसम विभाग ने इसके साथ ही ठंडी हवाओं के चलने से ठंड बढ़ने की आशंका जताई है।