राज्य सरकार मेडिकल, नर्सिंग और पैरामेडिकल के विद्यार्थियों का स्वास्थ्य बीमा कराएगी
भोपाल। मप्र सरकार प्रदेश के 12,500 मेडिकल, नर्सिंग और पैरामेडिकल के छात्रों का स्वास्थ्य बीमा कराएगी। प्रीमियम की राशि भी छात्रों से नहीं ली जाएगी, बल्कि सरकार संबंधित मेडिकल कॉलेजों से भरवाएगी। इस योजना में शामिल होने वाले छात्र साल में दो लाख तक का इलाज करा सकेंगे। मौत होने पर 10 लाख और स्थाई व अस्थाई दिव्यांगता पर पांच-पांच लाख रुपए की मदद मिलेगी। इस योजना को सरकार ने चिकित्सा शिक्षा छात्र बीमा योजना नाम दिया है। इसकी घोषणा मंत्री विश्वास सारंग ने की है। 10 लाख का व्यक्तिगत दुर्घटना डिसेबिलिटि एवं डेथ कवर दिया जाएगा। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन शासकीय स्वशासी शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे 15 हजार से अधिक छात्रों को लाभ मिल सकेगा।
किसी भी अस्पताल में करा सकेंगे इलाज
योजना में चिकित्सा शिक्षा छात्रों को चयनित बीमा कंपनी द्वारा मेडिक्लेम के लिये केशलेस कार्ड की सुरक्षा दी जाएगी। केशलेस कार्ड से चिकित्सा शिक्षा छात्र देश के किसी भी शासकीय, निजी अस्पताल में अपना इलाज और जांच करा सकेंगे। मेडिक्लेम में क्रिटिकल बीमारियों का इलाज भी शामिल रहेगा। साथ ही योजना में छात्रों की पूर्व से मौजूद बीमारियों को भी मेडिक्लेम में शामिल किया जाएगा। ओपीडी सेवा, जांच और अस्पताल में भर्ती होने पर सभी उपचार इस बीमा योजना के लाभ में शामिल रहेंगे। योजना के लागू होने से प्रदेश के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में पढ़ रहें छात्रों और उनके परिवार पर बीमारी की स्थिति में कोई भी आर्थिक भार नहीं आएगा। साथ ही छात्र वित्तीय समावेशन में शामिल हो सकेंगे।