क्योंटी में स्थापित होगा 350 मेगावाट का सोलर प्लांट, भूमि अधिग्रहण बाद भोपाल भेजेंगे फाइल
रीवा | जिले के गुढ़ की पहाड़ियों में स्थापित हुए अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट की सफलता के बाद जिले के कई इलाकों में सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की कवायद चालू हो गई है। गौरतलब है कि पिछले एक साल से नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग रीवा क्योंटी में 350 मेगावाट यूनिट जनरेट करने वाला सोलर प्लांट स्थापित कर रहा है। जिसके लिए जियोग्राफिकल सर्वे पूरा हो चुका है और अब भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। गुढ़ की तरह अब क्योंटी की भी बंजर जमीन में सौर किरणें बिजली की फसल बोएंगी। बताया गया है कि भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई संपन्न होने के बाद भोपाल फाइल भेजी जाएगी।
क्योंटी में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विकास विभाग ने 350 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए 728.361 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया है। खास बात यह है कि यह भूमि कृषि में इस्तेमाल नहीं की जाती। हालांकि 17.603 हेक्टेयर जमीन वन विभाग के अधीन आती है और थोड़ा बहुत जमीन जो निजी हाथों में है, उसे भी अधिग्रहीत करना है। विभाग द्वारा कैबिनेट को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसी के साथ भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्रवाई तेज हो गई है।
फिर 1350 मेगावाट बिजली जिले से होगी जनरेट
क्योंटी में स्थापित होने जा रहे सोलर प्लांट में एक यूनिट 2सौ मेगावाट बिजली उत्पादित करेगी और दूसरी 150 मेगावाट बिजली तैयार करेगी। जब क्योंटी का सोलर प्लांट पूरी तरह से स्थापित हो जाएगा तब रीवा जिले से 1350 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। क्योंकि 750 मेगावाट बिजली तो पहले से ही गुढ़ में जनरेट की जा रही है। जिसे बढ़ाकर एक हजार मेगावाट किए जाने की भी योजना तैयार की जा रही है। ऐसे में जब दोनों ही प्रोजेक्ट संपन्न हो जाएंगे तब जिले से 1350 मेगावाट बिजली जनरेट होगी
डभौरा, मऊगंज में भी जमीन की तलाश जारी
सिर्फ गुढ़ और क्योंटी में सोलर प्लांट स्थापित करके विभाग फुर्सत नहीं बैठ रहा। बल्कि रीवा को पूरी तरह से सोलर एनर्जी का हब बनाए जाने की तैयारी चल रही है। विभाग द्वारा डभौरा, मऊगंज सहित ऐसे इलाकों में जमीन की तलाश की जा रही है, जहां की भूमि कृषि के इस्तेमाल में न आती हो बल्कि वह बंजर हो।
अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट की सफलता के बाद जिले के अन्य इलाकों में भी सोलर प्लांट स्थापित करने के मौके तलाशे जा रहे हैं। सिरमौर समीप क्योंटी में 350 मेगावाट का प्लांट स्थापित करने जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। शासन से अनुमति मिल चुकी है। अधिग्रहण कार्रवाई संपन्न होने के बाद भोपाल फाइल भेजी जाएगी। हमारा यही प्रयास है कि इसी तरह अन्य इलाकों में भी गैर कृषि भूमि को तलाशा जाए और उसमें प्लांट स्थापित किया जाए।
एसएस गौतम, जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी