कैसे बना UPI दुनिया का सबसे तेज और सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट नेटवर्क
IMF की नई रिपोर्ट के अनुसार भारत का UPI सिस्टम दुनिया का सबसे बड़ा और तेज रियल टाइम डिजिटल पेमेंट नेटवर्क बन चुका है, जो हर दिन 64 करोड़ से ज्यादा लेन-देन संभालता है।

भारत का UPI दुनिया का नंबर-1 डिजिटल पेमेंट सिस्टम बन चुका है। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) की नई रिपोर्ट के अनुसार, UPI – यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है। UPI से हर दिन 64 करोड़ से भी ज्यादा ट्रांजैक्शन होते हैं और इसी के साथ भारत ने डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है।
हर दिन 64 करोड़ से ज्यादा लेन-देन
रिपोर्ट्स के अनुसार UPI के जरिए भारत में हर दिन 640 मिलियन (64 करोड़) से ज्यादा ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि यह इंटरनेशनल पेमेंट कंपनी VISA से भी आगे निकल चुका है, जो रोजाना करीब 639 मिलियन ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है। IMF की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के जितने भी रियल टाइम डिजिटल पेमेंट होते हैं, उनमें से करीब 50% सिर्फ भारत में ही हो रहे हैं। रियल टाइम डिजिटल पेमेंट का मतलब है एक ऐसा ऑनलाइन भुगतान जो तुरंत हो जाए। जब आप किसी को पैसे भेजते हैं और वो सामने वाले के खाते में तुरंत पहुंच जाते हैं, तो उसे ही रियल टाइम पेमेंट कहा जाता है। भारत के कुल डिजिटल पेमेंट में से लगभग 85% हिस्सा सिर्फ UPI का है।
गांवों तक पहुंच
UPI ने सिर्फ शहरों में नहीं, बल्कि गांवों और कस्बों में भी डिजिटल पेमेंट को बेहद आसान बना दिया है। आज हर दुकानों, ठेलों पर आपको UPI की सुविधा मिल जाएगी। कैश का इस्तेमाल तो इतना कम हो गया है कि आम लोगों के पास अब कैश कम ही देखने को मिलता है। गांव में भी ये सिस्टम काफी तेजी से फैल रहा है। UPI फाइनेंशियल इनक्लूजन (सभी वर्गों तक बैंकिंग पहुंच) का बेहतरीन उदाहरण बन गया है।
49 करोड़ यूजर्स और 6.5 करोड़ व्यापारी जुड़े
रिपोर्ट्स बताती हैं कि वर्तमान में UPI से 49 करोड़ ग्राहक और 6.5 करोड़ व्यापारी जुड़े हुए हैं। UPI की सफलता सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। यह सिस्टम UAE, सिंगापुर, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मॉरीशस और फ्रांस जैसे 7 देशों में पहले से चालू है। भारत अब चाहता है कि BRICS देशों में भी इसे लागू किया जाए।
UPI क्यों बना इतना सफल?
UPI डिजिटल भुगतान को सरल, सुरक्षित और सुलभ बनाता है। सिर्फ एक QR कोड को स्कैन करके आप लाखों तक का भुगतान सिर्फ कुछ सेकंड में कर सकते हैं।
आज UPI सिर्फ एक पेमेंट प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता की पहचान बन चुका है। IMF की रिपोर्ट बताती है कि आने वाले वर्षों में भारत इस सिस्टम के ज़रिए दुनिया की डिजिटल इकोनॉमी में ग्लोबल लीडर बनने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।